1- आंतरिक सम्बन्ध
**************
मैंने पीटा तो दरवाज़ा था
हिल उठी साँकल ...
खड़ खड़ कर के ....
और..
आवाज़ अन्दर से आयी
कौन है बे.... ?
बस...
मै समझ गया
तीनों के आंतरिक सम्बन्धों को
******
2- आग और पानी
*****************
आग बुझे या न बुझे
आग लग जाना दुर्घटना है, या साजिश
किसे मतलब है
इन बेमतलब के सवालों से
ज़रूरी है, अधिकार ....
पानी पर
सारा झगड़ा इसी का है
उस समय भी जब आग लगी हो
और उस समय भी जब आग न लगी हो
क्यों कि ,
ये पानी उतना ही छिड़कना चाहते हैं , जितने से
घर तो बच जाये .. जलने से
पर,
आग न भुझे ...
सुलगती रहे अन्दर ही अन्दर
फूँक भी देते हैं कभी धीरे से
मुँह छिपा के ...
क्यों कि
ज़रूरी है,
जूतों का औकात मे रहना ...
सर तो टोपी के लिये है न ।
************************
मौलिक एवँ अप्रकाशित
Comment
आदरनीय सुशील भाई , उत्साह वर्धन के लिये आपका हृदय से आभार ।
आदरनीय बसंत भाई , मुखर सराहना के लिये हृदय से आभारी हूँ ।
क्यों कि
ज़रूरी है,
जूतों का औकात मे रहना ...
सर तो टोपी के लिये है न ।
वाह आदरणीय गिरिराज जी भाई साहिब दोनों ही प्रस्तुतियां कमाल की हैं .... भावों की अद्भुत सम्प्रेषणता से लबालब इन प्रस्तुतियों के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें सर।
अनुपम भावाभिव्यक्ति, आनंद आ गया पढ़कर
आदरणीय नरेन्द्र भाई , उत्साह वर्धन के लिये आपका हार्दिक आभार ।
बहोत सुन्दर
आदरनीय सतविन्द्र भाई , उत्साह वर्धन के लिये आपका हार्दिक आभार । आपने सही कहा .. टंकण की त्रुटियाँ हैं .... मै सुधार कर लूँगा .. आभार आपका ।
आदरणीय आरिफ भाई , रकुअना पर उपस्थिति और सराहना के लिये आपका बहुत आभार ।
आदरणीय सुरेश भाई , रचना की सराहना कर उत्साह वर्धन करने के लिये आपका हृदय से आभारी हूँ ।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online