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शर्म करो ऐ तनिक दरिंदों शर्म करो

शर्म करो ऐ तनिक दरिंदों शर्म करो,
मनुज रूप में तनिक दरिंदों शर्म करो।
दिल्ली की सड़कों पर तुमने यह क्या कर डाला।
बापू औ पटेल की धरती पर क्या रच डाला।
तेरी करतूतों से फिर है देश हुआ गमगीन,
शर्म करो ऐ तनिक दरिंदों शर्म करो....
नारी ही दुर्गा है नारी ही लक्ष्मी बाई,
नारी ही कल्पना हमारी नारी ही माई।
माता के स्वरूप को तुमने ही तिल तिल मारा,
दिल्ली की सड़कों पर तुमने यह क्या कर डाला।
तेरह दिन तक जीवन से भी हार नहीं मानी,
पल-पल जिसने अपनी ही संासों से थी ठानी।
शुक्रवार की रात कड़कते हुए बादलों में ही,
चली गई दामिनी कड़कते हुए दामिनी जैसी,
पहले बस में फिर जीवन से लड़ी बिना डर के ही,
एक सवाल कर गई दामिनी भैया, बापू से भी,
था मेरा क्या दोष यही कि लड़की थी मै?
था क्या मेरा दोष यही कि बढ़ती थी मैं?
अगर दोष यह, सोंच बदलने का अभियान चलाओ,
गलियारों से संसद तक भैया अभियान चलाओ,
गूंगी बहरी सरकारों के चौखट पर दीप जलाओ।
मंद न पड़ने देना लौ को न्याय दिलाना,
करे अगर सरकार बहाना सबक सिखाना,
गलियारों से संसद तक भैया अभियान चलाओ...
चली गई पर मैं जिंदा हूं हर नारी के मन में,
याद करो मै बस जाउंगी तेरे भी तनमन में।
व्यर्थ न जाए दामिनी जीवन करो आज संकल्प,
मुझे शांति तो तभी मिलेगी, न्याय मिलेगा,
हर महिला को मिले सुरक्षा, मान मिलेगा।
गलियारों से संसद तक भैया अभियान चलाओ,
गूंगी बहरी सरकारों के चौखट पर दीप जलाओ।
अतुल चंद्र अवस्थी *अतुल*

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Comment by Atul Chandra Awsathi *अतुल* on January 24, 2013 at 9:21pm

उपासना जी आपका समर्थन मिला, धन्यवाद। इस मसले पर सभी को जागरूक होने की जरूरत है जिससे कि समाज के भेड़ियों से समाज महफूज हो सके। 

Comment by upasna siag on January 24, 2013 at 3:57pm

व्यर्थ न जाए दामिनी जीवन करो आज संकल्प,
मुझे शांति तो तभी मिलेगी, न्याय मिलेगा, 
हर महिला को मिले सुरक्षा, मान मिलेगा। 
गलियारों से संसद तक भैया अभियान चलाओ,
गूंगी बहरी सरकारों के चौखट पर दीप जलाओ।.........ऐसा ही होना चाहिए अब 

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on January 22, 2013 at 4:18pm

बहुत सुन्दर भाव अभिव्यक्ति के लिए विशेष बधाई स्वीकारे श्री अतुल चन्द्र अवस्थी जी 

मुझे शांति तो तभी मिलेगी, न्याय मिलेगा, 
हर महिला को मिले सुरक्षा, मान मिलेगा। ------बहुत सही कथन 
गलियारों से संसद तक भैया अभियान चलाओ,
गूंगी बहरी सरकारों के चौखट पर दीप जलाओ।

 

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