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दोस्त बनाई किस्मत चमकाई,

( इ कविता बा हमारा उ सब भाई लोग खातीर जे एड देख के दोस्ती करे ला लोग ओ
लोग के सावधान करे खातीर अंत में जिगोलो सब्द आइल बा जिगोलो मर्द बेस्या के
कहल जाला धन्यवाद राउर आपन रवी कुमार गिरी गुरु )

दोस्त बनाई किस्मत चमकाई,
अइसन एड अक्सर ,
न्यूज़ पेपर में आवे ला ,
जवन मन के भावे ला ,
भईया इ मन भावन एड से ,
रहीआ दुरी बनाई ,
इ किस्मत ना चमकाई ,
एक जाना इ एड के देखी ,
दिहले फोन मिलाई ,
दूसरा तरफ से आवाज ,
खनखनात महिला के आइल ,
इहो गदगद हो गइलन ,
पुछलन कुछ इतराई ,
आगे जवन भइल इ सुन के ,
माथा गइल चकराई,
ह इ किस्मत ना चमकाई ,
कहली उनसे पहीले राउआ ,
मेंबर बने के परी ,
इहो पुचले ओकरा खातीर ,
हमारा का करे के परी ,
मिलला जबाब दू रास्ता बा ,
जवन मन करे तवन करी,
एगो मेंबर साधारण ,
एगो बाटे लाक्स्जारी ,
साधारण खातीर हजार देदा ,
लाक्स्जारी खातीर बेशी परी ,
का फायदा बा साधारण में ,
का फायदा बा लाक्स्जारी ,
साधारण में खाली बतिआइब ,
लाक्स्जारी में इनकम बढ़ी ,
इनकम के चाकर में बबुआ ,
१० हजार दिहले जमा कराइ .
दू दीन बाद उनके मेसेज आइल ,
मेंबर सिप हो गइल ,
फिर एक दीन उनके फोन आइल ,
उ कहलस इ समझाई ,
फलना जगह तू जाके खरा हो जा ,
हाथ में लाल पटी लगाई ,
एगो गारी आई लाक्स्जारी ,
तोहके उ ले जाई ,
जइसन कहलस वाईसन कईले ,
इहो उहा चली गईले ,
मत पूछी उनका संगे का भइल ,
भाई हमार अब जिगोलो हो गइल ,
अब उ करत बारान सबके मन्हाई,
दोस्त बनाई किस्मत चमकाई,
एकर चक्कर में मत आई ,

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Comment

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सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Rana Pratap Singh on September 6, 2010 at 6:54pm
गुरु जी धन्यवाद आगाह करने के लिए|

मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on March 31, 2010 at 9:07pm
Behtarin rachna ba guru jee, aisan dhokhadhadi roj samachar patra mey bigyapan key roop mey nikalat rahela par aekara par pata na kahey sarkar kawno action na lela e hamara samajh sey parey key chij ba,
Comment by Raju on March 31, 2010 at 2:45pm
bhaut khub Guru bhaiya......
Comment by Admin on March 31, 2010 at 2:41pm
वाह गुरु जी वाह राउर कवनो जबाब नैखे , रौवा हर बिषय पर कविता लिख देनी, इहे गुण रौवा के खाश बनावेला , बहुत बढ़िया , धन्यवाद रौवा के ,

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