For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे................

ee gaana hum 2 saal pahile sunle rahni aur abhi singer ke naam humra yaad naikhe....hamar ego aadat ha ki jaun gaana humra thik lag jala wo ek baar sunla me hi humra hamesha khatir yaad ho jala aure vishesh parishthiti me yaad aawt rahela....jaise aaj ee gaana yaad aail aur hum ehja post kar rahal bani......
jab bhi singer ke naam yaad aayi hum likh deb......tab tak raua log ee padhi aur kuch aapan bahumulya samay nikal kar kuch comments kar deb sabhe......
abhi hum e naikhi batawat ki kahe hum aisan gaana likh rahal bani lekin humra touch me rahi sabhe bahtu jald hi pata chal jayi raua sab ke......
dhanyabaad.........PREETAM TIWARY


सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे
नजरिया चोरावल बहुत बात होला
केहू के मुआवल बहुत बात नइखे
मुआ के जीआवल बहुत बात होला

समझी ना बनी ताहार असली इरादा
रूपवा के जाल में धरा गइनी दादा
केहू के रोआवल बहुत बात नइखे
रोवा के हसावल बहुत बात होला
सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे
नजरिया चोरावल बहुत बात होला

लायी के सनेह तू ता चल गेलु जब से
सुरुज के घाम हम ता देखनी ना तबसे
दिल दह्कावाल बहुत बात नइखे
जीयरा जुरावल बहुत बात होला
सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे
नजरिया चोरावल बहुत बात होला

Views: 3490

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Mahesh Jee on April 8, 2010 at 12:51am
Hamni ke t khol ke rkh deni ja kitab bhra, lekin aap chhupavt bani kvno raj ghra.aap ke post kel e gana bhute aacha lagl h (थ थ थेँकू)
Comment by ISHIKA MISHRA on April 8, 2010 at 12:28am
bahut acchhe.........
सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे
नजरिया चोरावल बहुत बात होला
केहू के मुआवल बहुत बात नइखे
मुआ के जीआवल बहुत बात होला
waise baat kya hai jo itna dard chalak raha hai...
anyway's song acchha hai.............
Comment by Admin on April 7, 2010 at 1:09pm
बहुत ही बढ़िया, प्रीतम जी रहते रहते है , और एक ही बार गर्दा उड़ा देते है , अच्छी रचना है, लिखते रहिये, अगले रचना का इंतजार रहेगा .

मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on April 7, 2010 at 7:16am
गीत बड़ा सुंदर लिखलS ए प्रीतम बाबू,
पर राज छुपावल बहुत बात ना होला,
अब जल्दी से खोल द दिल के राज,
इंतजार मे छछनावल बहुत बात होला,
Comment by Ratnesh Raman Pathak on April 7, 2010 at 12:02am
preetam bhai jee sabse pahile ta raua ke bata dihi ki e gana bhojpuri star PAWAN SINGH ke gawal ha.aur sayad album ke naam PAWA KE SACHHAI HA.
gana ta bahut badhiay lagela lekin sabse bada baat e ba ki eija e gaana kahe likhle hai ,u raaz tani jaldi kholab.
ratnesh raman pathak

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय सौरभ सर, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। आयोजन में सहभागिता को प्राथमिकता देते…"
10 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय सुशील सरना जी इस भावपूर्ण प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। प्रदत्त विषय को सार्थक करती बहुत…"
37 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, प्रदत्त विषय अनुरूप इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
40 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। बहुत बहुत धन्यवाद। गीत के स्थायी…"
45 minutes ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय सुशील सरनाजी, आपकी भाव-विह्वल करती प्रस्तुति ने नम कर दिया. यह सच है, संततियों की अस्मिता…"
1 hour ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आधुनिक जीवन के परिप्रेक्ष्य में माता के दायित्व और उसके ममत्व का बखान प्रस्तुत रचना में ऊभर करा…"
1 hour ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय मिथिलेश भाई, पटल के आयोजनों में आपकी शारद सहभागिता सदा ही प्रभावी हुआ करती…"
1 hour ago
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"माँ   .... बताओ नतुम कहाँ होमाँ दीवारों मेंस्याह रातों मेंअकेली बातों मेंआंसूओं…"
4 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"माँ की नहीं धरा कोई तुलना है  माँ तो माँ है, देवी होती है ! माँ जननी है सब कुछ देती…"
18 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय विमलेश वामनकर साहब,  आपके गीत का मुखड़ा या कहूँ, स्थायी मुझे स्पष्ट नहीं हो सका,…"
19 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय, दयावान मेठानी , गीत,  आपकी रचना नहीं हो पाई, किन्तु माँ के प्रति आपके सुन्दर भाव जरूर…"
19 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय दयाराम मैठानी जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। बहुत बहुत धन्यवाद। सादर।"
yesterday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service