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are shaandaaar....wahh waah waah venus bhai....ap to gazal ki duniya ke Jupiter ho ...kya kamaal ke ashaar hain....ek ek lafz jaise sanche me gadha hua hai ...apni jagah par bilkul sateek aur arthpoorn....maza aa gaya ek bar aur padh leta hoon
वीनस भाई
बहुत ख़ूब !
//समय के सुर में बोलेगा वो इक दिन
अभी तो उसका लहज़ा बोलता है//
बहुत खूब वीनस भाई, क्या बाकमाल आशार कहे हैं - मुबारकबाद !
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