तीन वर्ण और
एक मायावी शब्द ,
Comment
बहुत बहुत शुक्रिया मीनू जी
तीन वर्ण और एक मायावी शब्द,
सच कहा आपने ,जीवन की संतुष्टि सिमटी है
इस शब्द में,बहुत सुंदर
bahut bahut aabhari hoon Pradeep kumar ji
SHABASH, AADARNIYA MAHODAYA. JI, SADAR ABHIVADAN. RACHNA PADHTE PADHTE MAIN 3 SHABD KON HONGE SOCHTA RAHA. , ANT MAIN PATA CHALA SHABAS. BADHAI, MAIN AESA HI KARTA HOON. BEBAK.
बहुत आभारी हूँ मनोज जी आपकी टिपण्णी से ख़ुशी मिली
आदरणीय राजेश कुमारी जी..अभी अभी एक टिप्पडी का पीछा करते हुए आया तो एक सांस में समूची कविता ही पढ़ गया...अब मैं क्या कहूँ..शीर्षक पढ़ कर कुछ जादू टोने जैसा लगा लेकिन पढ़ने के बाद वस्तुस्थिति का पता चल पाया|क्षमा चाहूँगा मैं तीन वर्ण की बजाय चार वर्णों का प्रयोग करना चाहूँगा..लाजवाब|
सीमा जी बहुत आत्मतुष्टि होती है लिखने वाले को जब लगता है की कोई उसकी रचना के मूल तथ्य तक पहुच पाया लिखना सार्थक हो जाता है हार्दिक आभार .
हर्दय को अपार प्रसन्नता हुई प्राची जी प्रतिक्रिया पढ़कर
बहुत बहुत आभारी हूँ राकेश त्रिपाठी जी
वाह! आदरणीया राजेश कुमारीजी, सादर नमस्कार, बहुत अच्छी रचना.
अद्बुत वचन, उम्दा प्रस्तुति, सादर बधाई.
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