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कर देंगे वे ठीक, ग़ज़ल की कक्षा में

पाने को कुछ सीख, ग़ज़ल की कक्षा में
हम भी हुए  शरीक़, ग़ज़ल की कक्षा में

पकड़ ही लेंगे  तिलकराजजी चूकों को
बड़ी हों या बारीक, ग़ज़ल की कक्षा में

भूल-भुलैया  भूलों की  जब देखेंगे
कर देंगे  वे ठीक, ग़ज़ल की कक्षा में

ढूंढ  रहे थे कहाँ कहाँ  हम रहबर  को
मिले यहाँ नज़दीक, ग़ज़ल की कक्षा में

"अलबेला"  ने त्याग दिया टेढ़ा रस्ता
चलेंगे सीधी लीक, ग़ज़ल की  कक्षा में 

जय हिन्द !

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Comment

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Comment by Albela Khatri on June 4, 2012 at 10:53am

आदरणीय अरुण श्रीवास्तव जी,
अब गुरू जी को पसन्द आये या उनके हाथों में डंडा आये,  भेन्ट तो हमने कर दी....
आपकी  दाद से  मन को  सुकून मिला ...शुक्रिया

Comment by Albela Khatri on June 4, 2012 at 10:50am

सम्मान्य "सूरज"जी,
सराहना के लिए शुक्रिया...मैंने  अब रहबर कर दिया है...
धन्यवाद

Comment by डॉ. सूर्या बाली "सूरज" on June 4, 2012 at 10:11am

बहुत उम्दा ग़ज़ल अलबेला जी ! बहुत बहुत बधाई !

* राहबर  और रहबर दोनों शब्द उर्दू में प्रयोग किए जाते हैं लेकिन यहाँ रहबर बहर के अनुरूप फिट बैठेगा ।

Comment by Arun Sri on June 4, 2012 at 9:54am

क्या बात है !!!!!!
इसे कहते है काव्य को जीना !
कुछ भी हुआ ........ बना दी कविता ! लिख दी गज़ल ! और गज़ब की लिखी ! अपने छात्र की ये अनमोल भेंट गुरु जी को जरूर पसंद आएगी ! शुभकामनाएँ ! :-)) :-))

Comment by MAHIMA SHREE on June 3, 2012 at 10:11pm

ढूंढ  रहे थे कहाँ कहाँ  हम राहबर को
मिले यहाँ नज़दीक, ग़ज़ल की कक्षा में

बहुत खूब आदरणीय अलबेला जी .. बधाई स्वीकार करें

Comment by Albela Khatri on June 3, 2012 at 10:07pm

धन्यवाद संदीप पटेल जी,
आपका परचा लीक हो गया ........हे राम ! dr fixit  लगाना था न ?

योगराजजी से पूछो कि वह परचा
कैसे हो गया लीक, ग़ज़ल की कक्षा में
:-)


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on June 3, 2012 at 10:03pm

पाने को कुछ सीख, ग़ज़ल की कक्षा में 
हम भी हुए  शरीक़, ग़ज़ल की कक्षा में

सीख और शरीक में काफिया बनेगा कि नहीं यहाँ मुझे डाउट है , मुझे तो नहीं लगता, बाकी गुणी जन सहयोग करना चाहेंगे |

//जितनी भी त्रुटियाँ हैं अपने लेखन में
सब कर लेंगे ठीक, ग़ज़ल की कक्षा में//

इस शेर मे ऐब है , तकाबुले रदीफ़ का ऐब |

//ढूंढ  रहे थे कहाँ कहाँ  हम राहबर को
मिले यहाँ नज़दीक, ग़ज़ल की कक्षा में//

मेरे  समझ से राहबर गलत शब्द है सही शब्द रहबर(११११ या २२) होता है |

Comment by SANDEEP KUMAR PATEL on June 3, 2012 at 9:47pm

बहुत बेहतरीन बात कही है आपने इस रचना में आदरणीय सर जी
बहुत अच्छा लगा की आप भी
आदरणीय सर की कक्षा में जाने लगे हैं
कुछ कुछ ग़ज़ल सा गुनगुनाने लगे हैं
बहुत बहुत बधाई सर जी

आपकी ग़ज़ल को थोडा आगे बढ़ाते हैं

ज्यों ही आया वक़्त परीक्षा देने का
परचा हो गया लीक, ग़ज़ल की कक्षा में

Comment by Albela Khatri on June 3, 2012 at 9:39pm

धन्यवाद.....सम्मान्य राजेश कुमारी जी,
आज  पहली प्रशंसा आपसे  मिली है अर्थात बोहनी आपने ही कराई है.........देखें....दिन कैसा जाता है....घाटा हुआ तो ठीक नहीं  होगा .....हा  हा हा हा


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 3, 2012 at 9:07pm

हाहाहा .क्या खूब लिखा है मजा आ गया एक पंक्ति मैं भी जोड़ दूं 

 अच्छे बच्चे की तरह बैठेंगे ग़ज़ल की कक्षा में

कृपया ध्यान दे...

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