वक़्त (कुछ दोहे)
Comment
बहुत ही सधे हुए, शिल्प और कथ्य की दृष्टि से अति उत्तम दोहावली कही है डॉ प्राची जी. इन्हें पढ़ कर ह्रदय शीतल हुआ, हार्दिक साधुवाद स्वीकारें.
सीमा जी को है नमन , आतीं सबके काम.
अनुमोदित जो कर दिया, उसके लिए प्रणाम.. सादर
डॉ० प्राची जी,
ईश्वर की सारी कृपा, उनका यह अनुदान.
आभारी हूँ आपका, रक्खा मेरा मान.. सादर
डा. प्राची, आपके दोहे मात्रिक रूप से सधते जा रहे हैं. हार्दिक बधाई.
छांदसिक रचनाओं में मात्रा और वर्ण के साथ एक और महत्त्वपूर्ण विन्दु होता है, और वह है गेयता. आप अपने दोहों को गा कर भी देखिये, शब्द-संयोजन भी सधता जायेगा.
छंद पर हो रहे आपके गंभीर प्रयास को मेरी सादर शुभकामनाएँ.
सादर
आदरणीय अम्बरीश जी,
सुन्दर दोहे आदरणीया डा प्राची सिंह जी...
सादर बधाई स्वीकारें.
अति सुंदर दोहे सभी, सारे देते ज्ञान.
सबको ही अपनाइये, पायेंगें सम्मान..
आनंदित मन हो गया, दूर हुई सब पीर.
दिली बधाई आपको, आये याद कबीर..
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सुधार हेतु कुछ सुझाव .....
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आदरेया बहुत ही सुन्दर दोहे रचे हैं आपने, इतने शीतल जैसे जल. बधाई स्वीकारें
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