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1.

समय कहे।

जीवन रहा सदा,

जीवन रहे।।

2.

ये समंदर ।

मरता नहीं कभी,

मरी लहर।।

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Comment

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Comment by सूबे सिंह सुजान on August 23, 2012 at 10:44pm

सौरभ जी, तहे दिल से शक्रिया।।।  आपकी प्रतिक्रिया उत्साहवर्धक है।


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on August 23, 2012 at 10:36pm

दोनों हाइकू उच्च कहन का संप्रेषण कर रहे हैं, भाई सूबे सिंह सुजान जी.

हार्दिक बधाई.

Comment by सूबे सिंह सुजान on August 23, 2012 at 9:39pm

Rekha Joshi जी, आपकी प्रतिक्रिया का स्नेह दिल से धन्यवाद करता हूँ।

Comment by Rekha Joshi on August 23, 2012 at 11:43am

ये समंदर ।

मरता नहीं कभी,

मरी लहर।।,अति सुंदर सूबे सिंह जी ,बधाई 

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