स्वात घाटी की निर्भीक बेटी मलाला को समर्पित
सुन्दरी सवैया
अधिकार मिले सब शिक्षित हों बिखरे चहुँ ओर हि ज्ञान उजाला.
लड़ती जब जायज़ घायल क्यों सुकुमारि दुलारि पियारि 'मलाला'.
सब कष्ट हरौ अरु स्वस्थ करौ करि आज कृपा पुनि दीनदयाला.
अति क्रूर व निर्दय ये अधमी तलिबानहि दें यहि लोक निकाला..
इं० अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'
Comment
धन्यवाद श्री राजेश जी !
इतनी सुंदर रचना द्वारा प्रभु से निवेदन जरूर रंग लाएगी, सादर
धन्यवाद विनीता जी !
साधुवाद इन सुन्दर पंक्तियों के लिए.
धन्यवाद प्रिय पीयूष जी, आपके यह वचन अवश्य ही सत्य होंगे !
सुप्रभात भाई संदीप जी, आप द्वारा की गयी शुभकामनाओं के लिए हार्दिक आभार !
बालिका के प्रति शुभकामना व् छंद की सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आदरेया सीमाजी !
आदरणीय अम्बरीष जी, बेशक, वीर कन्या मलाला अति शीघ्र स्वस्थ होकर अपने परिजनों के साथ होगी !
इस लाजवाब सवैया हेतु आपको बधाई !
आदरणीय अम्बरीश सर जी सादर प्रणाम
आपने समस्त ओ बी ओ की ओर से ऐसी दुआ की पढ़ कर मन भाव विभोर हो गया
हम यही मंगलकामना करते हैं की "वीरांगना मलाला" शीघ्र अति शीघ्र स्वस्थ और शकुशल अपने परिजनों के साथ हो
बहुत सुन्दर छंद अर्पित किया है आपने उस वीरबाला को आपके ही शब्द पुनः दोहराऊंगी मलाला के लिए
सब कष्ट हरौ अरु स्वस्थ करौ करि आज कृपा पुनि दीनदयाला.
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