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ओबीओ  परिवार सम,  शारद  के  सब भक्त 

’सीख-सिखाना’-अर्चना, भाव गहन हों व्यक्त

भाव गहन हों व्यक्त, आज का दिन पावन है

नदिया  धारे   धार,   जिये  नित  परिवर्तन है

तट-बंधन दृढ़ युगल, अगर कुछ बेतुक भी हो--

बहती   नदिया   मौन,  कहे  सबसे   ओबीओ..  .

ओबीओ के प्रादुर्भाव का पावन दिवस सभी सदस्यों और शुभचिंतकों के लिए मंगलमय हो.. .  हम समवेत सीखें .. ..

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Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on April 9, 2013 at 8:33am

आदरणीय गुरूवर जी, सादर प्रणाम!  यह ओ0बी0ओ0 मंच,  स्वयं को आपकी उक्त कुण्डलियां के समान ही पतित पावनी गंगा की भांति पावन कर रही है।  मुझे तो "ओ0बी0ओ0" अर्थात् "ओपेन बचन ओंकार" सा प्रतीत होता है। आप सभी को हार्दिक बधाई।  सादर,


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 6, 2013 at 5:52am

हार्दिक धन्यवाद आदरणीय पंकजभाईजी.. .

Comment by Pankaj Trivedi on April 5, 2013 at 11:44pm

इस पावन दिन पर ओबीओ के सभी सदस्य और एडमिन टीम को दिल से बधाई


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 4, 2013 at 10:40pm

आपका अनुमोदन हृदय से स्वीकार करता हूँ, आदरणीय प्रदीपजी.

Comment by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on April 4, 2013 at 4:07pm

बहती नदिया मौन,  कहे सबसे ओबीओ .

आदरणीय गुरुदेव सौरभ जी 

सादर प्रणाम 

जय ओ बी ओ 

सादर 


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 3, 2013 at 5:04pm

आदरणीय जवाहरलालजी, आपका अनुमोदन ह्रुदय से स्वीकार करता हूँ.


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 3, 2013 at 5:03pm

स्नेही केवल भाईजी, हार्दिक धन्यवाद.

भाई, हम सभी इस मंच के प्रति आभारी हैं कि रचना विधाओं से संबन्धित हम सबकुछ यहीं समवेत सीख रहे हैं.


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 3, 2013 at 5:01pm

आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद जी,  सादर धन्यवाद कि आपको मेरा संवाद-प्रवाह संतुष्टिदायी लगा.

सादर


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 3, 2013 at 4:59pm

डॉ.प्राची, आपको मेरा कहा स्पष्ट लगा और छंद के भाव रुचिकर लगे यह मेरे प्रयास को सम्मान सदृश है.

सादर


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 3, 2013 at 4:57pm

भाई श्रीरामजी, हार्दिक धन्यवाद.

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