‘‘गजल‘‘
एक प्रयास के फलस्वरूप प्रस्तुत है।
वज्न......1222 1222 1222 1222
हमारी जिन्दगी का जब सलीका सादगी नम है।
यहां बन्दे कयामत हैं तभी तो बन्दगी कम है।।1
सुना है शाम से पहले बनायें पाक दामन को।
अभी तो आपका *दम बस यहां शर्मिन्दगी गम है।।2......*अहंकार
कहो तो हम वजू करके नमाजी बन करें सजदा।
खुदा को गर गुनाही का बताओ गन्दगी *थम है।।3.....*रूकना
बने हम पन्च वक्ता पीर समझाए मुहम्मद को।
तभी तो दिल सुकूनों का बयां संजीदगी चम* है।।4........*उज्ज्वल/चमक
कहानी रोज कहती हैं लड़ाये कौम की बातें।
बड़े अक्सर कहा करते फकीरी जिन्दगी सम है।।5
के0पी0सत्यम/मौलिक व अप्रकाशित
Comment
आ0 सुरन्द्र वर्मा जी, आपका हार्दिक आभार। सादर,
आदरणीय रक्ताले जी, सादर प्रणाम! सर जी, उत्साहवर्धन हेतु आपका बहुत बहुत आभार। सादर,
वाह! आदरणीय केवल प्रसाद जी सादर, मुझे गजलों की बहुत अच्छी जानकारी तो नहीं है मगर मुझे आपकी गजल पढ़ने में बहुत अच्छी लगी. बहुत बहुत बधाई स्वीकारें.
आ0 संदीप द्विवेदी जी, आपने मेरे प्रयास को सराहा बहुत अच्छा लग रहा है। आपने मेरा उत्साह बढ़ाया। आपका हार्दिक आभार। मित्र! मुझे गजल की ए0बी0सी0डी0 नहीं मालूम थी, बस इसी ओ0बी0ओ0 पर गजल की कक्षा से सीख रहा हूं। कोशिश करूंगा कि आपके विश्वास पर खरा उतरूं। एक बार फिर आपका धन्यवाद। सादर,
बहुत ही अच्छा प्रयास आदरणीय केवल जी! निरंतर अभ्यासरत रहें निखार सुनिश्चित है! बधाई..
आदरणीया, कुन्ती मुखर्जी जी, सुप्रभात व सादर प्रणाम! जी मैम, बहुत ही नर्वस के बाद यह गजल बन पड़ी है। आपको अच्छा लगा, प्रयास सफल हुआ। आपका बहुत बहुत आभार। सादर,
आदरणीय, राम शिरोमणि पाठक जी, प्रिय मित्र! सुप्रभात व नमस्कार! मैं तो बहुत ही नर्वस था। लेकिन अन्त में मार्ग खुला। आपको अच्छा लगा, प्रयास सफल हुआ। आपका बहुत बहुत आभार व धन्यवाद। सादर,
आदरणिय केवल जी , मैं इतना ही कह सकती हूँ .......आपकी गज़ल ...दूध में रूह आफ़जा.....सफल प्रयास के लिये बधाई . सादर
कुंती .
वाह क्या बात है आदरणीय भाई केवल जी //ग़ज़ल पे इतना अच्छा प्रयास बहुत सुन्दर //हार्दिक बधाई
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online