काश!
आरजू मै करु मिलने की, और वो रुबरु हो जाये ।
काश ! मेरी मोहब्बत की, ऐसी तासीर हो जाये ।।
न शिकवा ना शिकायत हो कोई भी खुदा से ।
काश! ऐसा हर कोई खुश नसीब हो जाये ।।
बेखौफ चूमते है भँवरे, गाल कलियो के ।
काश ! तेरी भी हमको इजाजत हो जाये ॥
बेशक ! माना की गहना है तेरा ये परदा ।
काश ! आज थोडी सी तू बेशर्म हो जाये ॥
मिले यूँ ही कई लोग, चलते चलते मुझको ।
काश ! आज उनसे भी मुलाक़ात हो जाए ।।
बहुत गुजारे है सफर, मैने यूँ ही तन्हा ।
काश ! आज वो मेरा भी , हमसफर हो जाये॥
वो आये तो उनको जाने का, ख्याल न हो ।
काश ! आज फिर वही, पहली रात हो जाए ॥
हो जाए बंद वो सब राहे जो लौटे इधर से ।
काश ! आज फिर जोर से, बरसात हो जाये ॥
न आये कोई भी अब दर्मिया हमारे ।
काश ! वो मेरे इतना करीब हो जाये ।।
भूल जाए जमाने को हम हो कर तुम्हारे ।
काश! वो अब मेरे रकीब हो जाए ।।
अब तक तो रखा है, दर्द को दिल मे दबा के ।
काश ! मेरा भी कोई हमदर्द हो जाये ॥
कब तक रोयेंगे हम खुद, को खुद मे छिपा के ।
काश! आज काँधा तेरा मेरे सिराने हो जाये ॥
"मौलिक व अप्रकाशित"
Comment
इतनी मेहनत कर सकते हैं तोफिर विधासम्मत एवं संयत प्रयास क्यों नहीं करते वसंत भाई जी.
शुभेच्छाएँ.
आदरणीय अरुन जी आप का मुझपे विशवास मेरे लिये सौभाग्य की बात है ....हाँ इस रचना मे थोडी जल्दबाजी हो गई थी ...अब समय का ध्यान रखुंगा ..और आप को अगली बार निराश नही करुंगा ....... धन्यवाद आप ने समय दिया रचना को ..बहुत बहुत शुक्रिया ....
आदरणीय बसंत भाई जी आपसे उम्मीदें तनिक अधिक बढ़ गई हैं आपके द्वारा कहीं अधिक सुन्दर रचना पढ़ चुका हूँ, थोड़ी जल्दबाजी प्रतीत होती है इस रचना में, बहरहाल प्रयास पर ढेरों बधाई स्वीकारें.
आ0 जितेन्द्र जी रचना आप को पसन्द आई उसके लिये तहे दिल से शुक्रिया ..आभार धन्यवाद
आदरणीया लता जी रचना आप को पसन्द आई उसके लिये तहे दिल से शुक्रिया ..आभार धन्यवाद
भूल जाए जमाने को हम हो कर तुम्हारे ।
काश! वो अब मेरे रकीब हो जाए ।।
bahut khub
"बेखौफ चूमते है भँवरे, गाल कलियो के ।
काश ! तेरी भी हमको इजाजत हो जाये ॥
बेशक ! माना की गहना है तेरा ये परदा ।
काश ! आज थोडी सी तू बेशर्म हो जाये ॥"................आपकी रचना में यह पंक्ति बहुत ही शानदार है , आदरणीय ..बसंत जी सुंदर रचना पर ढेरों बधाई ....
आ0 राम जी धन्यवाद आप को रचना पसन्द आई शुक्रिया .... शायद थोडा समय और देना था रचना को ...
आदरणीय बसंत जी बहुत सुन्दर भाव हैं रचना के //हार्दिक बधाई आपको
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