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आपकी सलाह सर आँखों पर aman kumar ji
आजाद ji..aabhar
शुक्रिया सर जी
ram shiromani pathak ...bahut bahut aabhar..
कहाँ है मेरी ईदी ? …. मंजूषा रिजवान के सर पे हाथ फेरते हुए बोली।
शायद एस जगहपर कुछ .........
ईदी छोटे मांगते है बड़े नही ,
पर कहानी अच्छी और दमदार है
आदरणीय भाई जी बेहद शिक्षाप्रद लघुकथा ह्रदय को स्पर्श कर गई, दिल से ढेरों बधाई स्वीकारें.
सुन्दर लघुकथा //हार्दिक बधाई आपको
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