ऐ खुदा मुझ को भी तेरी मेहरबानी चाहिए
इक महकते गुल की जैसी ज़िंदगानी चाहिए
मुझ को लंबी उम्र की हरगिज नहीं है आरज़ू
जब तलक है जिंदगी ,मुझको जवानी चाहिए
मैं समंदर तो नहीं जो उम्र भर ठहरा रहूँ
एक दरया की तरह मुझ को रवानी चाहिए ...
परवरिश बच्चों की करना , फर्ज़ है माँ बाप का
सच की हरदम राह भी उन को दिखानी चाहिए
आज के अखबार का यह कह रहा है राशि फल
आज मुझ को अपनी किस्मत आजमानी चाहिए
मौलिक व अप्रकाशित....
Comment
//मुझ को लंबी उम्र की हरगिज नहीं है आरज़ू
जब तलक है जिंदगी ,मुझको जवानी चाहिए //
अय हय हय - क्या ख्वाहिश की है हुज़ूर। आपके इस जज़बे के सदके आ० अजय अज्ञात जी. बाकी अशआर भी खूब हुए हैं, मेरी हार्दिक बधाई स्वीकारें।
मुझ को लंबी उम्र की हरगिज नहीं है आरज़ू
जब तलक है जिंदगी ,मुझको जवानी चाहिए ..बेहतरीन
परवरिश बच्चों की करना , फर्ज़ है माँ बाप का
सच की हरदम राह भी उन को दिखानी चाहिए ..............बहुत खूब
मैं समंदर तो नहीं जो उम्र भर ठहरा रहूँ
एक दरया की तरह मुझ को रवानी चाहिए ...
bahut hi umda sher hua hai ..................
मुझ को लंबी उम्र की हरगिज नहीं है आरज़ू
जब तलक है जिंदगी ,मुझको जवानी चाहिए ...क्या बात है.
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