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इक बार आ उस माँ से मिला दे मुझे ……

इक बार आ उस माँ से मिला दे मुझे ……

वक्त तेरे दामन . को मोतियों से भरूँ
इक बार बीते लम्हों से मिला दे मुझे
थक गया हूँ बहुत ..बिछुड़ के जिससे
इक बार आ उस माँ से मिला दे मुझे

इक बार आ उस माँ से मिला दे मुझे

पंथ के शूलों से हैं रक्त रंजित ये पाँव
नहीं दूर तलक कोई ममता का गाँव
अश्रु अपनी हथेली पे ले लेती थी जो
उस आँचल की छाँव में छुपा दे मुझे

इक बार आ उस माँ से मिला दे मुझे

मेरी अकथ व्यथा को पढ़ लेती  थी  जो
मेरी साँसों में तृप्ति सी भर देती थी  जो
मेरे पाषाण पलों को मोम करती थी जो
हिम  गंगा  सी  वो मूरत  दिखा दे मुझे

इक बार आ उस माँ से मिला दे मुझे


सुशील सरना/
मौलिक एवं अप्रकाशित

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Comment by Sushil Sarna on July 9, 2014 at 6:56pm

आदरणीय शिज्जु शकूर साहिब रचना पर आपकी स्नेहिल प्रशंसा का हार्दिक आभार 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by शिज्जु "शकूर" on July 8, 2014 at 10:44pm

बहुत सुंदर आदरणीय सुशील सर बधाई स्वीकार करें

Comment by Sushil Sarna on July 8, 2014 at 11:45am

आदरणीय अरुन कुमार निगम  जी रचना पर आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया का तहे दिल से शुक्रिया 

Comment by Sushil Sarna on July 8, 2014 at 11:44am

आदरणीय डॉ आशुतोष मिश्रा जी रचना के मर्म पर आपकी मार्मिक प्रतिक्रिया का तहे दिल से शुक्रिया 

Comment by Sushil Sarna on July 8, 2014 at 11:43am

आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद  जी रचना के भावों पर आपके  आशीर्वचनों का  हार्दिक आभार 

Comment by Sushil Sarna on July 8, 2014 at 11:41am

आदरणीय केवल प्रसाद  जी रचना के भावों ने आपको प्रभावित किया मेरा लेखन सफल हुआ ।  आपकी इन आशीर्वचनों का  हार्दिक आभार 

Comment by Sushil Sarna on July 8, 2014 at 11:37am

आदरणीय डॉ गोपाल नरायन श्रीवास्तव जी रचना आपके हृदय को छू सकी इससे मेरा लेखन सफल हुआ।  आपकी इन आशीर्वचनों का  हार्दिक आभार 

Comment by Sushil Sarna on July 8, 2014 at 11:35am

आदरणीय अरुन शर्मा जी रचना के मर्म ने आपको प्रभावित किया मेरा लेखन सफल हुआ , आपका  हार्दिक आभार 

Comment by Sushil Sarna on July 8, 2014 at 11:33am

आदरणीय गिरिराज भंडारी जी रचना में निहित भावों को आपकी स्वीकृति ने जो मान दिया है उसके लिए आपका हार्दिक आभार 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by अरुण कुमार निगम on July 8, 2014 at 9:46am

आदरणीय सुशील जी, अत्यंत ही मार्मिक गीत.............

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