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माँ ने तुलसी लगाई, ताकि घर में सुख-शांति आए | माँ ने मनी-प्लांट लगाया- ताकि घर में बरकत और समृद्धि आए |

माँ बीमार हो गई, बेटा ग्वारपाठा और गिलोय लगाने लगा  |

“माँ,दवाइयाँ रोज़ महंगी हो जाती हैं,आप इनका....“

माँ उन्हें भी सीचने लगी पर.....

.

सोमेश कुमार (मौलिक एवं अप्रकाशित )

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Comment by Hari Prakash Dubey on November 16, 2014 at 10:49am

 सोमेश जी वर्त्तमान समय के जीवन दर्शन को समझा दिया आपने बहुत ही कम शब्दों में - हार्दिक बधाई 

Comment by somesh kumar on November 15, 2014 at 12:45pm

शुक्रिया सर,माँ जैसे महाकाव्य पर जितना लिखा जाए कम है उसी दिशा में ये लघु-प्रयास था |

Comment by Sushil Sarna on November 15, 2014 at 12:26pm

आदरणीय सोमेश जी बेहद मार्मिक सच्चाई दर्शाई है आपने इस लघु कथा में - हार्दिक बधाई 

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