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    १

सही जगह

बोया सुकर्म बीज

महान फल

    २

दूर करता

अँधेरा व् दारिद्र

कुल दीपक

    ३

बाधाएं होती

परीक्षा आदमी की

जोश बढायें  

     ४

विपत्तियाँ जो

सर पर आ पड़ी

ज्ञान ने काटा

     ५

जंजीरें सभी

बनाती हैं गुलाम

लोहा या सोना

     ६

बनेंगे काम

गुरु व ईश्वर पे

श्रद्धा रखिये

    ७

देता जो स्वयं

अपने को उपदेश

उन्नति करे

    ८

सामने हँसे

पीछे करे चुगली

सबसे बुरे

    ९

रंग अनेक

जीवन के स्वरों में

भरता कवि

     १०

साथ खड़ा हो

विपत्ति काल में जो

है सच्चा दोस्त

    ११

एका का किला

सर्वाधिक सुरक्षा

हरेक सुखी

    १२

गाता जगाता

अँधेरे में प्रकाश

विश्वास पक्षी

 

  मौलिक व अप्रकाशित              

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Comment

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Comment by Manisha Saxena on July 23, 2015 at 8:00pm

धन्यवाद आ. श्रीवास्तव जी ,आपने सही कहा |हाइकू १० की पंक्तियों को यदि यूं लिखें ---साथ खड़ें हैं \विपरीत समय \असली मित्र |आगे भी मार्गप्रशस्त करते रहिएगा |आभार |

Comment by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव on July 21, 2015 at 8:06pm

हाइकू  10 की सभी  पंक्तिया एक दुसरे से तारतम्य रखती हैं , इस पर ध्यान अपेक्षित है .

Comment by Manisha Saxena on July 21, 2015 at 12:58am

मिथलेश जी बहुत बहुत धन्यवाद |


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by मिथिलेश वामनकर on July 20, 2015 at 1:19pm

आदरणीया मनीषा जी, बहुत बढ़िया हाइकू हुए है इस प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई 

कृपया ध्यान दे...

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