चार लोग अलग-अलग देशों की यात्रा कर पानी के जहाज़ से अपने घर लौट रहे थे|
पहले ने कुछ दिखाते हुए कहा, "यह एक विशेष प्रकार की बन्दूक ली है, इसका निशाना कभी नहीं चूकता|"
दूसरे ने कहा, "मैं बारूद लेकर आया हूँ, यह देखो|"
तीसरे ने बताया, "और मैं बारूद से कारतूस बनाने का यह सामान|"
चौथे ने गर्व से कहा, "मैं सालों मेहनत कर अपने परिवार के लिये धन ले जा रहा हूँ, देखो मेरी हीरों से जड़ी घड़ी|"
यह सुनकर तीनों ने अपने साथ लाई चीज़ों को मिला दिया और चौथे का जीवन-काल समाप्त कर दिया|
(मौलिक और अप्रकाशित)
Comment
आदरणीय प्रशांत जी, आदरणीया कांता जी, आदरणीया अर्चना जी, आदरणीया राजेश जी, आप सभी का रचना को पसंद करने और अपनी टिप्पणी द्वारा मेरा मनोबल बढाने हेतु तहे दिल से धन्यवाद|
कौन किस मकसद से किसकी हत्या करे ,,किस पर विश्वास करें ..आज के वक़्त का सबसे बड़ा प्रश्न है ये| एक घटना के माध्यम से बम ब्लास्ट कर आतंकवाद पर अच्छा कटाक्ष किया है लघु कथा अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब है बहुत- बहुत बधाई चंद्रेश जी |
बढ़िया...
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