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ग़ज़ल --कश्मीर हमारा है हमारा ही रहेगा

221 1221 1221 122
भारत की बुलन्दी का सितारा ही रहेगा ।
कश्मीर हमारा है हमारा ही रहेगा ।।

हालात बदलने में नहीं देर लगेगी ।
प्यारा है हमें मुल्क तो प्यारा ही रहेगा ।।

हम एक थे हम एक हैं हम एक रहेंगे ।
यह दर्द तुम्हारा है तुम्हारा ही रहेगा ।।

बरबाद नहीं होगी शहीदों की निशानी ।
इतिहास में हारा है तू हारा ही रहेगा ।।

ऐ पाक कहाँ साफ़ रहा है तेरा दामन ।
है तुझ से किनारा तो किनारा ही रहेगा ।।

यह ख्वाब न् पालो के कभी तोड़ सकोगे ।
यह ख्वाब कुँवारा है कुँआरा ही रहेगा ।।

फंडिंग के लिए देख मेरा काम जबाबी ।
हर वार करारा है करारा ही रहेगा ।।

बेशर्म हिमाकत से यूँ पत्थर न् चलाओ ।
किस्मत का तू मारा है तो मारा ही रहेगा ।।

--- नवीन मणि त्रिपाठी
मौलिक अप्रकाशित

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Comment

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Comment by Naveen Mani Tripathi on June 3, 2017 at 4:32pm
आ0 मोहम्मद आरिफ साहब तहे दिल से शुक्रिया
Comment by Naveen Mani Tripathi on June 3, 2017 at 4:31pm
आ0 गुरुप्रीत सिंह जी सप्रेम आभार
Comment by Naveen Mani Tripathi on June 3, 2017 at 4:30pm
आदरणीया कल्पना भट्ट जी सादर नमन
Comment by Naveen Mani Tripathi on June 3, 2017 at 4:29pm
आ0 बृजेश कुमार ब्रज जी सादर आभार मित्र
Comment by बृजेश कुमार 'ब्रज' on June 3, 2017 at 10:02am
बहुत ही सुन्दर और प्यारी ग़ज़ल हुई..सादर
Comment by KALPANA BHATT ('रौनक़') on June 3, 2017 at 7:14am

इस प्यारी सी ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय नवीन जी

Comment by Gurpreet Singh jammu on June 1, 2017 at 9:44am

इस खूबसूरत ग़ज़ल के लिए बधाई आदरणीय नवीन जी 

Comment by Mohammed Arif on June 1, 2017 at 8:17am
आदरणीय नवीन मणि त्रिपाठी जी आदाब, कश्मीर को लेकर जो जज़्बात आपने ग़ज़ल में ढाले हैं बहुत ही बेहतरीन है । बधाई स्वीकार करें ।
Comment by Naveen Mani Tripathi on May 31, 2017 at 4:03pm
आ0 श्याम नारायण वर्मा जी सादर आभार ।
Comment by Shyam Narain Verma on May 31, 2017 at 3:41pm

सुन्दर भावों से सजी इस गज़ल के लिए आपको बहुत बधाई।

सादर

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