ओ बी ओ को 9वीं सालगिरह की सौगात
ग़ज़ल (फाइलुन _फाइलुन _फाइलुन _फाइलुन /फाइलात)
मेरा दिल दे रहा है दुआ ओ बी ओ l
तू फले फूले यूँ ही सदा ओ बी ओ l
कोई सीखे कथा, छंद या शायरी
इन सभी का है तू रहनुमा ओ बी ओ l
भाई सौरभ हों राना या मिथलेश हों
इनके दम से तू आगे बढ़ा ओ बी ओ l
सीखने का दिया मंच तूने हमें
क्यूँ न तेरा करूँ शुक्रिया ओ बी ओ l
आज ख़ुश हैं बहुत यूँ नहीं योगराज
गोद में इनकी फूला फला ओ बी ओ l
क्यूँ न तुझको अदब का मदरसा कहें
तुझ से उस्ताद है सीखता ओ बी ओ l
पीर बन जाए सुहबत में तेरी अदीब
कोई पारस है तू बाख़ुदा ओ बी ओ l
भाई बागी की महनत का जादू है ये
आज सूरज है कल का दिया ओ बी ओ l
जुड़ गया तुझ से तस्दीक सब की तरह
देख कर तेरी आख़िर वफ़ा ओ बी ओ l
(मौलिक व अप्रकाशित)
Comment
जनाब सुशील सरना साहिब, ग़ज़ल पसंद करने और आपकी हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I
वाह आदरणीय तस्दीक़ साहिब , आदाब, ... ओ बी ओ की नौवीं वर्षगाँठ पर मंच को बेहतरीन तोहफ़ा। इस बेहतरीन पेशकश पर दिल से बधाई सर।
जनाब ब्रजेश कुमार साहिब, ग़ज़ल पसंद करने और आपकी हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I
बहुत खूबसूरत तुहफ़ा हुआ..बधाई
मुह तरमा नीलम साहिबा, ग़ज़ल पसंद करने और आपकी हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I
मुहतरम जनाब समर साहिब आ दाब , ग़ज़ल पर आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I
ओ बी ओ की सालगिरह पर बढ़िया ग़ज़ल की पेशकश पर दिली मुबारकबाद आदरणीय तस्दीक़ अहमद साहिब।
जनाब तस्दीक़ अहमद साहिब आदाब,ओबीओ की 9 वीं सालगिरह पर अच्छी सौग़ात पेश की आपने,मुबारकबाद पेश करता हूँ ।
जनाब भाई सलीम रज़ा साहिब, ग़ज़ल पसंद करने और आपकी हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I
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