अंधकार में उजली बातें, लहू से बोझिल होती रातें
इक दूजे को काट रहे सब , डर का कारोबार बढ़ा है
ग़ुरबत झेल रहा अन्नदाता, वादों का व्यापार बढ़ा है
छिन्न भिन्न लाचार व्यवस्था, खेतो का अस्तित्व कड़ा है
लक्ष्मी पूजन कन्या पूजन, इतिहास न हो जाए
जननी रूठ गई जो जग से, वंश व्रद्धि पर प्रश्न पड़ा है
भावी पीढ़ी भटक रही है, गफलत के गलियारों में
भीख मांगता कोमल बचपन, यौवन आरक्षण में गड़ा है
अभी आजादी बाकी है, एक संग्राम बाकी है
त्राहि त्राहि करता जान मानस, चौराहे के बीच खड़ा है
"मौलिक व अप्रकाशित"
Comment
उत्साह वर्धन और उचित मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद आदरणीय गिरिराज भंडारी जी, मैं पूरी कोशिश करुँगी कि इस मंच से कुछ सीख सकूँ ।
आदरणीया अलका जी , भाव पूर्न गीत रचना हुई है , प्रयास बहुत अच्छा है , मात्राओं और कलों के निर्वहन न हो पाने के कारण गेयता बाधित है । बाक़ी सब कुछ आदरणीय समर भाई बता ही चुके हैं । बस आप प्रयास ज़ारी रखें ।
बिलकुल सही फ़रमाया आपने आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, लेखक मित्रों के अनुसार ये god gift है ,यहाँ इस मंच पर गुणीजनों से सीखने का प्रयास जरूर करुँगी...thanks
उचित मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद आदरणीय समर कबीर जी, मैं पूरी कोशिश करुँगी कि इस मंच से बहुत कुछ सीख सकूँ
रचना पसंदगी के लिये हृदय से आभार आपका आदरणीया kanta roy जी । मैं बस मन के भाव लिखना जानती हूँ आप जैसे गुणीजन मेरी रचना पर सुधारात्मक टिप्पणी करें तो मेरे लेखन में भी सुधार सम्भव होगा.. मुझे तो ये भी ज्ञात नहीं की यह रचना... गीत /कविता /नज़्म आदि आदि किस श्रेणी में आती है .. धन्यवाद
आभार आपका आदरणीय समर कबीर जी रचना पसंदगी के लिये। आपकी प्रतिक्रिया से लेखन कर्म सार्थक हुआ ।
यह रचना किस विधा में लिखी है इसका ज्ञान तो मुझे नहीं है क्योंकि मुझे लेखन के विषय में जरा भी ज्ञान नहीं है। खुद को अनाड़ी ही कहूँ तो बेहतर होगा । मैं तो बस मन के भाव लिख देती हूँ।
कृपा कर आप बताइये की यह रचना किस विधा की श्रेणी में आती है।
अब तक की लाइफ में कभी लिखना तो दूर, कभी बहुत ज्यादा पड़ने का भी शौन्क नहीं था। फेसबुक पर बहुत टैलेंट देखा.... बहुत अच्छा लगा फिर अचानक कुछ तुकबंदी करने लगी।
कुछ प्रतिष्ठित लेखक मित्रों द्वारा मेरे छोटे से प्रयास को सराहना मिली तो मेरे लेखन को प्रोत्साहन मिला
अब , मैं इस विषय में और भी जानना चाहती हूँ , अच्छा लिखना चाहती हूँ , पर पता नहीं है की क्या करूँ, क्या सीखूं , कहाँ सीखूं , किससे पूछूँ ??
गुणीजनों से नम्र निवेदन है यदि कुछ राह दिखा सके और मेरे ज्ञान व्रद्धि में सहायता कर सके ..
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