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इस दीपावली एक ऐसा दीप जलायें - डॉo विजय शंकर

आओ इस दीपावली
एक ऐसा दीप जलायें
भटके हुए रहनुमाओं को
सही रास्ता दिखायें।
आओ इस दीपावली एक ……
वो जो अन्धकार को
अन्धकार से मिटाने
का दम भरते हैं,
दूसरों के लिए उठाया
हर कदम अन्धकार की
ओर ही रखते हैं ,उन्हें
दीप-ज्योति कुछ यूँ दिखायें ,
कभी दूसरों के लिये भी
रौशनी में चलना सिखायें।
आओ इस दीपावली एक ……

उनकी दीवाली शुभ हो ,
हमारी दीवाली शुभ हो ,
इस बार सबकी दीवाली
शुभ- और - शुभ बनायें।
आओ इस दीपावली एक ……

मौलिक एवं अप्रकाशित

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Comment by Dr. Vijai Shanker on October 25, 2014 at 6:15pm

बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय लक्ष्मण लाड़ीवाल जी , दीपावली की शुभ कामनाये , सादर 

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on October 24, 2014 at 12:08pm

बहुत सुंदर भाव रचित रचना के लिए बधाई एवं दीपोत्सव की अनंत शुभ कामनाए डॉ विजय शंकर जी 

Comment by Dr. Vijai Shanker on October 23, 2014 at 3:46pm

आदरणीय सत्य  नारायण सिंह जी रचना को मान देने के लिए आभार ,  सादर ।  दीपावली की शुभ कामनायें

Comment by Dr. Vijai Shanker on October 23, 2014 at 3:44pm

आदरणीय डॉo गोपाल नारायण जी आपके उत्साहवर्धन को नमन , सादर ।  दीपावली की शुभ कामनायें। 

Comment by Dr. Vijai Shanker on October 23, 2014 at 3:42pm

प्रिय जीतेन्द्र जी , रचना को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ।  दीपावली की शुभ कामनायें। 

Comment by Satyanarayan Singh on October 23, 2014 at 1:17pm

आदरणीय डॉ. विजय शंकर जी सादर,

 अति सुन्‍दर भाव एवं प्रस्‍तुति हेतु हार्दिक बधाई. तथा  दीपावली की अनेकानेक शुभ कामनाओं सहित 

Comment by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव on October 23, 2014 at 10:56am

विजय सर !

आपकी सद्भावना को प्रणाम i

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on October 22, 2014 at 11:57pm

सुंदर आशाभरी पंक्तियाँ, बधाई स्वीकारें आदरणीय डा.विजय जी. दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामानाएं आपको..सादर!

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