For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Abhinav Arun's Comments

Comment Wall (83 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 10:29am on January 17, 2014, जितेन्द्र पस्टारिया said…

जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें आपको आदरणीय अभिनव अरुण जी

At 11:10am on January 11, 2014, अरुन 'अनन्त' said…

हार्दिक आभार आदरणीय अरुण अभिनव भाई जी

At 10:26pm on January 7, 2014, अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव said…

आदरणीय  अभिनव अरुण भाई  , 

हार्दिक धन्यवाद , आभार और आपके पूरे  परिवार के लिए मंगलमय नव वर्ष की शुभकामनायें ॥ 

At 9:54pm on November 18, 2013,
सदस्य कार्यकारिणी
sharadindu mukerji
said…

आदरणीय अभिनव अरुण जी, पुरस्कार के लिये बधाई हेतु आपका हार्दिक आभार. कृपया स्नेह बनाए रखें. सादर, शरदिंदु.

At 2:30pm on October 6, 2013, शकील समर said…

इस जुड़ाव की वजह क्या है? क्या आप भी जमशेदपुर से है?

At 10:26am on October 6, 2013, D.K.Nagaich 'Roshan' said…

बहुत बहुत  दिली शुक्रिया, आदरणीय  अभिनव  अरुण  जी ..ये आप सभी की हौसला अफज़ाई और मुहब्बतों का असर है जो आज इस मुकाम पे आ पाया हूँ ... एक बार फिर दिली शुक्रिया..

At 10:52am on October 2, 2013,
सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी
said…

आदरणीय अभिनव भाई , आपका बहुत बहुत आभार !!!!

At 12:29pm on September 27, 2013, CHANDRA SHEKHAR PANDEY said…

अग्रजवत आशीर्वाद व मित्रवत प्रेम के लिए नमन।

At 8:08am on September 27, 2013, CHANDRA SHEKHAR PANDEY said…

अपनी मित्रता का उपहार प्रदान करने के लिए, आपका कोटिश: आभार, आदरणीय। आपका मित्र होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। सादर अभिनंदन।

At 7:43pm on September 23, 2013, Lata R.Ojha said…

धन्यवाद आदरणीय अभिनव जी  :)

At 7:15pm on September 9, 2013, Vinay Kull said…

आपको मेरे व्यंगचित्र पसंद आये, हार्दिक आभार !

At 8:45pm on September 5, 2013, mrs manjari pandey said…

      

       धन्यवाद आदरणीय अभिनव जी .  सुखनवर मे रचना को बोला तोला था  तब ओबीओ मे पहली बार प्रकाशनार्थ भेजा था

At 1:54pm on September 2, 2013, Vinay Kull said…

आपको मेरे व्यंगचित्र पसंद आये, आभार !

At 9:03am on September 2, 2013, अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव said…

अरुण भाई- सप्रेम राधे- राधे ।  सावन -गीत को दिल से पसंद करने के लिए हार्दिक धन्यवाद ॥

At 9:02pm on July 23, 2013, Albela Khatri said…

aapke prem ke liye aabhari hun bahut bahut aabhaar evm dhnyavaad आपका स्नेह, दुलार, आशीष एवं आत्मीयता की सुगंध का झोंका मेरे जीवन में नया उजाला लाएगा ...ऐसा मुझे भरोसा है ........आपकी कृपादृष्टि के लिए कृतज्ञ हूँ

सादर

At 2:47pm on July 15, 2013, डॉ नूतन डिमरी गैरोला said…

आदरणीय अभिनव जी, आपका  धन्यवाद ... मैं खुद को इस योग्य कदाचित नहीं समझती .. अभी खुद को साधने के लिए एक बहुत लंबा मार्ग है... मंजिल बहुत दूर है... बस मित्रों की सद्भावना और आशीर्वाद रहे और मैं  साधना के लिए  दृणप्रतिज्ञ रहूँ  तो कभी खुद को इस योग्य बना पाउंगी .. अन्यथा अभी सब असंभव सा लगता है ... सादर :)  

At 10:51pm on June 19, 2013, MAHIMA SHREE said…

स्वागत है आदरणीय अभिनव जी ..

At 6:46pm on May 7, 2013, बृजेश नीरज said…

आदरणीय अभिनव जी आपका हार्दिक आभार! आपकी स्नेहमयी शुभकामनाओं ने दिल को भिगो दिया।
आपसे अनुरोध है कि परम आदरणीय जैसे भारी भरकम संबोधनों का प्रयोग मेरे लिए न किया करें। आपका बंधु बनना चाहता हूं उसी रूप में स्वीकारिए।
सादर!

At 3:17am on March 5, 2013, vijay nikore said…

प्रिय अभिनव जी,

आपका सप्रेम धन्यवाद।

 

विजय निकोर

At 1:05pm on January 10, 2013, कुमार गौरव अजीतेन्दु said…

माह की सर्वश्रेष्ठ रचना चुने जाने की हार्दिक बधाई आदरणीय अरुण कुमार पाण्डे सर......

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी "
8 hours ago
नाथ सोनांचली commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post नूतन वर्ष
"आद0 सुरेश कल्याण जी सादर अभिवादन। बढ़िया भावभियक्ति हुई है। वाकई में समय बदल रहा है, लेकिन बदलना तो…"
15 hours ago
नाथ सोनांचली commented on आशीष यादव's blog post जाने तुमको क्या क्या कहता
"आद0 आशीष यादव जी सादर अभिवादन। बढ़िया श्रृंगार की रचना हुई है"
15 hours ago
नाथ सोनांचली commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post मकर संक्रांति
"बढ़िया है"
15 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

मकर संक्रांति

मकर संक्रांति -----------------प्रकृति में परिवर्तन की शुरुआतसूरज का दक्षिण से उत्तरायण गमनहोता…See More
16 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

नए साल में - गजल -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

पूछ सुख का पता फिर नए साल में एक निर्धन  चला  फिर नए साल में।१। * फिर वही रोग  संकट  वही दुश्मनी…See More
16 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post नूतन वर्ष
"बहुत बहुत आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी "
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-170
"आ. भाई अखिलेश जी, सादर अभिवादन। दोहों पर मनोहारी प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार।"
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-170
"सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी "
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-170
"सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी , सहमत - मौन मधुर झंकार  "
Sunday
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-170
"इस प्रस्तुति पर  हार्दिक बधाई, आदरणीय सुशील  भाईजी|"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service