For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

श्री योगराज प्रभाकर जी बने ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम के "प्रधान संपादक"

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सभी सदस्यों और Visitors को सूचित करते हुए मुझे अपार हर्ष और गर्व की अनुभूति हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के बरिष्ठ सदस्य एवं अभिभावक परम आदरणीय श्री योगराज प्रभाकर जी को ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम के "प्रधान संपादक" के (अवै०) पद पर सुशोभित, OBO परिवार के सर्व सम्मति से किया जा रहा है,

श्री प्रभाकर जी को ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम के "प्रधान संपादक" के पद को सुशोभित करने हेतु बहुत बहुत बधाई तथा हम सभी उम्मीद करते है कि श्री प्रभाकर जी के कुशल संपादन मे ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम प्रगति पथ पर निरंतर अग्रसर रहेगा |

धन्यबाद सहित आप सबका अपना
गनेश जी "बागी"
सदस्य टीम एडमिन
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम

Views: 2006

Reply to This

Replies to This Discussion

बधाई
सभी साथियों का तह-ए-दिल से शुक्रिया !
शुभ कामनाएं एवं बधाई
शुभ कामनाएं एवं बधाई
श्री योगराज प्रभाकर सुपुत्र
चिरंजीव भवः
बधाई वा शुभ मंगल कामनाएँ
आपकी गुड्डो दादी चिकागो से
दादी माँ, आपका आशीर्वाद मिला, मैं कृतार्थ हुआ ! दिल से आभार !
Aadarniy prabhakar ji ko pradhan sampadak banane pr hardik badhai.
Thank you so very much Ashish jee,
श्री प्रभाकर जी को हार्दिक बधाई ! उम्मीद है की आपके नेतृत्व में ओ.बी.ओ. खूब तरक्की करेगा .मैं ओ.बी.ओ. से जुड़कर काफी खुश किस्मत मान रह हूँ खुदको . व्यस्त दौर में कुछ पढने - लिखने को नया मंच मिला .
योगराज जी,
आदाब,
संपादक पद पर आपका पदार्पण महीमा पूर्ण है दोनों की ही ख्याति होगी. स्तरीय सृजन,सांप्रदायिक सद्भाव और जनवादी स्वरों को पहचान मिलेगी, कविता कहना बहुत आसान है लेकिन क्या कहना चाहिये, कथा वस्तु क्या हो? कवि के सरोकार क्या हों? प्रेम प्रसंगों की सुरमई दुनिया से बाहर जो बदसूरत, बदबूदार यथार्थ बिखरा पडा है उसे संभालना भी जरुरी है..आप यह सब जानते हैं, पारंगत हैं..नये रचनाकर्मियों को नया रचना धर्म देना होगा..नये सिरे से आपको तिलक करना होगा..देखने में आसान है पर बडा कठिन कार्य है, आपने स्वीकार किया है, मुझे खुशी है..सरोकारों की आग अब और धधकेगी...हम भी वक्त वक्त पर फ़ूँक मारते रहेंगे..आग जली रहे..दहकती रहे...आपका साथ और सानिद्ध्य बना रहे..आमीन
आदाब
बधाई

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"स्वागतम"
3 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

अस्थिपिंजर (लघुकविता)

लूटकर लोथड़े माँस के पीकर बूॅंद - बूॅंद रक्त डकारकर कतरा - कतरा मज्जाजब जानवर मना रहे होंगे…See More
10 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय सौरभ भाई , ग़ज़ल की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार , आपके पुनः आगमन की प्रतीक्षा में हूँ "
16 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय लक्ष्मण भाई ग़ज़ल की सराहना  के लिए आपका हार्दिक आभार "
16 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Sunday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Sunday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय कपूर साहब नमस्कार आपका शुक्रगुज़ार हूँ आपने वक़्त दिया यथा शीघ्र आवश्यक सुधार करता हूँ…"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय आज़ी तमाम जी, बहुत सुन्दर ग़ज़ल है आपकी। इतनी सुंदर ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें।"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​ग़ज़ल का प्रयास बहुत अच्छा है। कुछ शेर अच्छे लगे। बधई स्वीकार करें।"
Sunday
Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"सहृदय शुक्रिया ज़र्रा नवाज़ी का आदरणीय धामी सर"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​आपकी टिप्पणी एवं प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय आज़ी तमाम जी, प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार।"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service