ओपन बुक्स ऑनलाईन – लखनऊ चैप्टर समाचार
ओ.बी.ओ. लखनऊ चैप्टर पिछले लगभग एक साल से सक्रिय है और इस संस्था के कार्यकलापों में उत्तरोत्तर वृद्धि होने के साथ ही आयोजित कार्यक्रमों में वैचित्र्य लाने की अनवरत चेष्टा की जाती रही है. इसी पृष्ठभूमि में एक सशक्त कार्यकारिणी समिति की आवश्यक्ता को देखते हुए निम्नोक्त क्रोड़ समूह (core group) गठित किया गया है :
संयोजक – शरदिंदु मुकर्जी
सह संयोजक (कार्यक्रम) – केवल प्रसाद सत्यम
सह संयोजक (कार्यान्वयन) – प्रदीप कुमार सिंह कुशवाहा
सह संयोजक (आयोजन-कानपुर) – अन्नपूर्णा बाजपेयी
कोषाध्यक्ष – एस.सी.ब्रह्मचारी
कार्यकारी सदस्यगण – राहुल देव, धीरज मिश्र, प्रदीप शुक्ल, मनोज शुक्ल
मुख्य सलाहकार – बृजेश नीरज
सभी सदस्यों से अनुरोध है और अपेक्षित भी है कि ओ.बी.ओ. लखनऊ चैप्टर को साहित्यिक उपलब्धियों के क्षेत्र में नई ऊँचाईयों तक पहुँचाने के लिए वे अपना पूरा सहयोग देकर दृष्टांत प्रस्तुत करेंगे.
शुभकामनाएँ.
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आपकी क्रोड समिति से बहुत कुछ अपेक्षित है, आदरणीय शरदिन्दुजी. कारण कि यह समिति एक साहित्यिक मंच की भौतिक इकाई है. जिन सदस्यों को जो भी उत्तरदायित्व मिला है इसके लिए हार्दिक शुभकामनाएँ.
सदस्यों से अपने-अपने दायित्वों के निर्वहन के प्रति सदा सजग रहने की अपेक्षाओं के साथ-साथ उनसे वैचारिक और साहित्यिक गतिविधियों के प्रति सचेत रहने की आशा है.
किन्तु, साहित्यिक अवदान की अपेक्षा सर्वोपरि रहेगी.
चूँकि यह समिति एक आभासी साहित्यिक मंच का भौतिक स्वरूप है, सभी सदस्य मिलजुल कर यदि आगामी तीन माह की अपेक्षित गतिविधियों की एक रूपरेखा प्रस्तुत कर पाये तो सर्वथा उचित होगा. अन्यथा वैचारिक और साहित्यिक क्रियाकलापों के मात्र प्रदर्शन स्तर तक ही रह जाने और उन्नत रचनाकर्म के रह-रह कर हाशिये पर चले जाने का सदा डर बना रहेगा.
इस टीम को पुनः हृदय से शुभकामनाएँ.
आदरणीय,
सादर अभिवादन
मैं सदैव से ही लोकतान्त्रिक तरीके से केवल विकास मैं ही निष्ठां रखते हुए कर्म करता हूँ. मूल्यांकन का अपना अपना नजरिया है . अपेक्षा सद् कार्य की ही रही है, निष्ठां संस्था और उसके उद्देश्यों के पूर्ति की ही रही है, व्यक्ति विशेष की नहीं .
आपका स्नेहिल मार्ग दर्शन मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहा है और आगे भी देने की कृपा करियेगा
सादर
मेरे कहे को अनुमोदित करने के लिए सादर धन्यवाद आदरणीय प्रदीपजी.
ओबीओ कोई राजनैतिक मंच नहीं है, न किसी दिखावा-प्रदर्शन को यह तरज़ीह ही देता है. यह शुद्ध साहित्य के लिए समर्पित मंच है, अतः आपकी हामी मंच के सभी सदस्यों के लिए आश्वस्ति-पत्र की तरह प्रस्तुत हुई है.
लखनऊ का मंच आपकी गरिमामय उपस्थिति, सर्वोपरि आपकी गहन साहित्यिक गतिविधि, से लाभान्वित होंगा, यही आशा है.
सादर
// ओबीओ कोई राजनैतिक मंच नहीं है, न किसी दिखावा-प्रदर्शन को यह तरज़ीह ही देता है. //
सादर , पूर्णतया सहमत. इस बात को प्रत्येक स्तर पर समझना ही ठीक होगा. आप अवगत ही हैं कि आप सब के आशीर्वाद से गंगा को आदरणीय ब्रजेश जी, केवल प्रसाद जी , आदित्य चतुर्वेदी जी के भागीरथ प्रयास से हि धरती पर लाया गया है. मेरी समझ से इसमें उत्तरोत्तर विकास ही हुआ है. यदि कोई कमी दिखती है तों प्रबंधन का मार्गदर्शन अपेक्षित है.
अन्यथा कोई बात दिखती हो परोक्ष /अपरोक्ष साझा कर सुधार किया जा सकता है.
ये आवश्यक है कि सभी सदस्य कोर कमिटी सहित सक्रिय , सृजनात्मक भागीदारी सुनिश्चित करें.
यह भी उल्लेखनीय है मंच पर अनुशाशन व् साहित्यिक गतिविधियों में गति लाने के उद्देश्य से संयोजक कि तैनाती की गयी थी, जिनके नेत्रत्व में सफलता मिली है और आगे भी मिलेगी ऐसा विश्वास है .
जहाँ तक मेरी व्यक्तिगत बात है मुझे जो भी मिला है वो इसी मंच से मिला है, जिस हेतु मै आभारी हूँ
सादर
नई कार्यकारिणी को हार्दिक बधाई!
यह ९ सदस्यीय कार्यकारिणी ओबीओ लखनऊ चैप्टर को नई ऊँचाईयों तक ले जाए, इसके लिए हार्दिक शुभकामनाएँ!
बृजेशजी, एक बात को इन्फ्यूज किया जाना आवश्यक है. यदि उचित प्रतीत हो तो आपके माध्यम से साझा करूँ. वो यह, कि ओबीओ, लखनऊ चैप्टर के सभी मानद सदस्य ओबीओ के मुख्य मंच पर तत्पर और सक्रिय हों. उपरोक्त सभी नामों में से कितने कितना सक्रिय हैं, इसे कहने की आवश्यकता नहीं. इस मंच का प्रबन्धन इस तथ्य को लेकर अत्यंत संवेदनशील है.
आदरणीय आपकी बात उचित है. सभी सदस्यों को इस दिशा में भी गंभीर होने की जरूरत है.
सादर आभार , आदरणीय ब्रजेश जी
सर्व प्रथम इस पोस्ट पर देर से आने के लिए मै आप सभी से क्षमा प्रार्थी हूँ । ओ बी ओ लखनऊ चैप्टर की नई समिति का गठन हुआ इसके लिए सभी को हार्दिक बधाई । इस समिति का एक मुख्य पद मुझे भी दिया जाना मुझे गौरवान्वित कर रहा है । मेरी ओर से पूरा प्रयास रहेगा कि प्रबुद्ध सभी सज्जनों को कोई मौका न दूँ । आप सभी के सहयोग एवं मार्गदर्शन की सदैव अभिलाषा रहेगी । आ0 सौरभ जी आ0 बागी जी एवं आ0 शर्देंदु जी का स्नेह पथ को प्रशस्त करेगा । इसी अभिलाषा के साथ निरंतर प्रयत्नशील रहूँगी ।
ओबीओ लखनऊ चैप्टर के सलाहकार पद और सदस्यता से त्यागपत्र देता हूँ!
सभी आदरणीय पदाधिकारी
कोर ग्रुप के नवगठन पर चयनित समस्त पदाधिकारियों को मेरा अभिवादन और सादर बधाई i पहले औचक मैंने पढा कि ब्रजेश जी ने त्याग पत्र दे दिया हा तब तक मुझे नव गठन का ज्ञान नहीं था i मै बुरी तरह shocked हो गया फिर जब पूरी जानकारी मिली तब चैन आया i ब्रिजेश जी और शरदिंदु जीकी प्रतिबद्धता कोई दुहराने की वस्तु नहीं है i वे अपने आप में प्रामाणिक दस्तावेज है i आदरणीय एडमिन का सादर आभार i
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