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होगा सबको हर्ष.....

होगा सबको  हर्ष

जब होगा नव वर्ष

होगा सवेरा नवीन

संध्या होगी नवीन

दिवस  भी नया

होगी रजनी नई

गगन  भी नया

निर्मल सरिता नई

हिमांशु  नवीन  

रवि होगा नवीन

मुस्कुराए  वरुण  

रश्मि होगी अरुण

वे उर्मिल  किरण

करें आकांक्षी वरण

कोई हो न संकीर्ण  

होवें  पूर्ण  प्रवीण

आलोकित हो ......

खुशियों  की उमंग

रहे  बजता  मृदंग

बूढ़े बच्चे सब संग

झूमें खेलें नव रंग...

न हो  विराग कहीं

वे तो अनुराग भरी

होगा वसंत नया

वो  हेमंत नया  

अनिल  के  झरोखे

बहें विपिन के सहारे

प्रसून पंकज नए

आस  अंकुर नए

होंगे प्रफुल्ल विमल

हो ऊष्मित निखिल

फैले लालिमा की लड़ी   

नई शिव वाणी खड़ी

जो बनेगी अजेय

संग जिसके विजय

ज्योति दीपक बढ़े

पूर  वसुधा  सजे

होगी उपासना नई

होगी आराधना नई

सबका होगा अब नेक

करो  उसका अभिषेक

नव ऊर्जित संसार देख 

मिट जाएंगे सब क्लेश

पुष्पवर्षण  कर जश्न

मनाएंगे श्री अखिलेश

.

@आनंद ३०/१२/२०१४  

"मौलिक व अप्रकाशित"

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Comment

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Comment by somesh kumar on January 6, 2015 at 11:04am

नव वर्ष सहर्ष जीवन में लाए उत्कर्ष ,रचना लगी सरस ,यूँ ही बढ़े आपका यश 

Comment by anand murthy on January 5, 2015 at 5:44pm

आ.... सहृदयीजन आभार  मेरा यह प्रयास मेरे लिये भी विशेष है जितना आपने प्यार दुलार किया है क्योकि इसमें मेरे दोस्तों के नाम समाहित हैं..  


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on January 5, 2015 at 10:47am

बहुत बढ़िया ! बधाई आदरणीय ।

Comment by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव on January 4, 2015 at 7:50pm

आनंद मूर्ति जी

प्रयास सराहनीय है i स्नेह i


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by मिथिलेश वामनकर on January 4, 2015 at 7:34pm
सुन्दर प्रस्तुति आदरणीय आनंद भाई जी आपको हार्दिक बधाई।
Comment by maharshi tripathi on January 4, 2015 at 4:26pm

आनंद जी मंच पे आते ही ,,रचना से प्रभावित किया ,,,आपको बधाई |


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on January 4, 2015 at 4:04pm

इस प्रयास पर बधाई, मंच पर आपका स्वागत है आनंद मूर्ती जी.

Comment by Hari Prakash Dubey on January 4, 2015 at 3:00pm

बेहतरीन अभिवयक्ति…..नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये…आनंद जी !

कृपया ध्यान दे...

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