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तरही: रोज पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायेगा
वक्त, यूँ सोचा न था, इक दिन हवा हो जायेगा
जु़ल्फ़ से भरपूर ये सर, चॉंद सा हो जायेगा।
हम मिले, तो पूछ मत, क्या फ़ायदा हो जायेगा
तेरे अब्बा का पता, मेरा पता हो जायेगा।
बंद डिब्बा दूध बच्चा, गुलगुला हो जायेगा
और भूखा बाप इक दिन सींकिया हो जायेगा।
है बहुत मजबूर, अद्धी पी रहा है, जानकर;
रोज पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायेगा।
बस यही तो सोचकर वो शादियॉं करता रहा
दर्द बढ़ता ही गया तो खुद दवा हो जायेगा।
रंग का त्यौहार है छेड़ें न क्यूँकर लड़कियॉं
मुँह अगर काला हुआ तो क्या नया हो जायेगा।
जिस्म सल्लू सा दिखा तो आपसे शादी करी
ये न सोचा था बदन यूँ पिलपिला हो जायेगा।
हो गया बेटा जवां, ये हरकतें मत कीजिये
वरना वो भी आप सा ही मनचला हो जायेगा।
हुस्न की शहजादियों को मुँह लगाना छोडि़ये
गर किसी को भा गया तो पोपला हो जायेगा।
इश्क जिससे हो गया ‘राही’ न शादी कीजिये
इश्क का सारा मज़ा ही किरकिरा हो जायेगा।
हा हा हा
जय हो
होली के हुल्लड में क्या ही ग़ज़ल फेंक मारी तिलक जी सर फट गया, हा हा हा
बहुत मजा आया
तरही की शानदार शुरुआत
अरे उड़नतश्तरी के साथ
अकेल लफंगई करे में कहाँ मज़ा आवत है
बेटवा जवान होय रहा है
सरम लिहाज़ तो है नहीं न
दुष्ट। पीछे चचा बैठे हैं और आगे नया मनचला।
मनचले के ठाठ तो देखिये :)
हा हा हा
वॉय होय ,
मैं लैला लैला चिलाऊंगा कुरता फाड़ के |
वाह वीनस भाई आप तो कलाकार है भाई , इतना पी के भी कैसे इतना बढ़िया बना लेते है हो हो हो हो
वाह वाह वाह , तिलक सर क्या शानदार आगाज किया है आपने, हर शे'र लाजवाब है | एक ग़ज़ल में दो दो हुस्ने मतला बहुत खूब , गिरह का शेर तो बहुत ही उम्द्दा है |
रंग का त्यौहार है छेड़ें न क्यूँकर लड़कियॉं
मुँह अगर काला हुआ तो क्या नया हो जायेगा।
वाह वाह बेहद खुबसूरत , बिलकुल होली के रंग मे पुता हुआ, मजाहिया शे'र |
इश्क जिससे हो गया ‘राही’ न शादी कीजिये
इश्क का सारा मज़ा ही किरकिरा हो जायेगा।
यह मक्ता तो कमाल है भाई , आगाह भी कर दिया , हा हा हा , बहुत बढ़िया सर , दाद कुबूल कीजिये इस बेहतरीन ग़ज़ल की प्रस्तुति पर और बधाई कुबूल कीजिये फीता काटने हेतु |
हाय राम,
है बहुत मजबूर, अद्धी पी रहा है, जानकर;
रोज पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायेगा।
डबल पीलिया हो गया तो ?
जैसे डबल निमोनिया होता है :)
वैसे कौन सी पी रहा है, "नंबर १" या "सिग्नेचर" कहीं देसी तो नहीं ? :)
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