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आदरणीय कान्ता जी,शीर्षक को बिलकुल सार्थक करती सटीक लघु कथा . कथा का भाव भी मुझे बड़ा ही रुचिकर लगा . बधाई हो जी .
आदरणीया कांता जी, सन्देश स्पष्ट है किन्तु तनिक और कसने की जरुरत है, गर्भनिरोधक वाली बात तनिक घुमा कर कथा की खूबसूरती बढाई जा सकती है. बधाई इस प्रस्तुति पर.
निरमलिया अपने आने वाले दाम्पत्य में अधिपत्य के वर्चस्व की बुनियाद डाल चुकी थी । - ये पंक्तिया इस कहानी के शीर्षक को सफल बना रही है | सुंदर लघु कथा के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया कांता रॉय जी
अभी से चीटिंग की बुनियाद डालती हुई माँ.. भविष्य में यही माँ शायद बाहरी परिवेश , संगती और न जाने किस किस को दोष देगी | व्यंग्य | हार्दिक बधाई आ. सीमा सिंह दीदी | सादर
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