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किसी लेखक के लिए इससे बड़ा दिन और क्या होगा जब कोई पाठक कहे कि लेखक ने उसके मन की बात कह दी।
दरअसल मीडिया अच्छे समाचार पेज नम्बर सात पर बहुत बारीक़ अक्षरो में देता है और यह अहसान भी तब जब कोई विज्ञापन न हो। नेगेटिव न्यूज़ प्रथम पेज पर बोल्ड फोंट में होती है।
मैंने इस विषय पर एक और शानदार रचना लिखी है मगर OBO के नियमानुसार यहाँ लिंक नहीं दे सकता। संभव हो तो गूगल सर्च में ये शब्द डाल दें दाढ़ी वाली मल्लिका शेरावत
फिर देखिएगा क्या गज़ब चीज़ निकल कर आती है। बहुत बहुत धन्यवाद ब्रदर इधर आने के लिए
आपने पेज सात कहा और मैं पेज पांच, हमारे यहाँ लोकल अखबारों में अचीवमेंट पेज पांच पर ही आते हैं छोटे से, पिछले लगभग 12-13 वर्षों से यह बात सोचता हूँ और कहता हूँ कि अखबार वालों के लिए हत्यारे, देश को लूटने वाले राजनेता आदि अधिक महत्वपूर्ण हैं और अचीवमेंट करने वाले कम महत्वपूर्ण| जिस दिन हमारे देश के अख़बारों में सकारात्मकता आ जाएगी, देश के आगे बढ़ने के रास्ते सुगम हो जायेंगे| गूगल सर्च करता हूँ भाई जी |
बहुत आभारी हूँ ज्योत्सना जी। मेरी एक रचना पर आपके दो विशेषण ' सुंदर ' तथा 'सुखद " पा कर अभिभूत हूँ।
पुन: धन्यवाद सहित ,सादर
अच्छी खबरें अखबार में मिल जाएं तो कहना ही क्या। अच्छी लघुकथा एक अलग अंदाज़ में। बधाई श्री प्रदीप नील जी।
तह-ए -दिल से शुक्रिया डा ( श्रीमती ) नीरज जी।
मैंने इस विषय पर एक और शानदार रचना लिखी है मगर OBO के नियमानुसार यहाँ लिंक नहीं दे सकता। संभव हो तो गूगल सर्च में ये शब्द डाल दें -दाढ़ी वाली मल्लिका शेरावत
फिर देखिएगा क्या गज़ब चीज़ निकल कर आती है। बहुत बहुत धन्यवाद इधर आने के लिए
प्रदत्त विषय पर बढ़िया रचना , ऐसी खबरें तो अब दुर्लभ खबर बन कर रह गयी हैं । बहुत बहुत बधाई
जी सर। सही कहा आपने। बेहद शुक्रिया। मैंने इस विषय पर एक और शानदार रचना लिखी है मगर OBO के नियमानुसार यहाँ लिंक नहीं दे सकता। संभव हो तो गूगल सर्च में ये शब्द डाल दें -दाढ़ी वाली मल्लिका शेरावत
फिर देखिएगा क्या गज़ब चीज़ निकल कर आती है। बहुत बहुत धन्यवाद इधर आने के लिए
प्रदीप जी, आप जी ने इस लघुकथा मे जैसे आँखों के जाले की बात की है, कमाल का संदेश दे गई है -बधाई हो
आभारी हूँ मोहन जी कि आपने मेरी रचना के सन्देश को सही समझ कर टिप्पणी की। मैंने इस विषय पर एक और शानदार रचना लिखी है मगर OBO के नियमानुसार यहाँ लिंक नहीं दे सकता। संभव हो तो गूगल सर्च में ये शब्द डाल दें -दाढ़ी वाली मल्लिका शेरावत
फिर देखिएगा क्या गज़ब चीज़ निकल कर आती है। बहुत बहुत धन्यवाद इधर आने के लिए
शुक्रिया नीता जी। आपने मेरी पहली रचना पढ़ी और आपको अच्छी लगी , सुन कर भला लगा। मैंने इस विषय पर एक और शानदार रचना लिखी है मगर OBO के नियमानुसार यहाँ लिंक नहीं दे सकता। संभव हो तो गूगल सर्च में ये शब्द डाल दें -दाढ़ी वाली मल्लिका शेरावत
फिर देखिएगा क्या गज़ब चीज़ निकल कर आती है। बहुत बहुत धन्यवाद इधर आने के लिए
कभी मन हो तो OBO पर ही मेरे ब्लॉग पर मेरी कविताएँ भी देखिएगा
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