Tags:
Replies are closed for this discussion.
जी , बिलकुल सही पकडे है आप यहां। मैं कई -कई बार इस पंक्ति को मिटाती रही और जोड़ती रही। सार्थक मार्गदर्शन हुआ है ये आपका मुझे आभारी हूँ आदरणीय गणेश जी।
आदरणीया कांता जी राजनीति के गलियारे की वास्तविकता का रंग दिखाती बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है आपने. इस प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई. सादर
ये टिप्पणी कूदकर इधर कैसे आ गई?
वाह वाह, क्या कहने आदरणीय समर साहब, दो युगों को आपने दो पलड़ों पर रख कर तौल दिया और अंतर इतने बड़े अंतर को आपने बगैर मापनी माप दिया, बहुत ही खुबसूरत लघुकथा, बहुत बहुत बधाई प्रेषित है.
आदरणीय समीर कबीर जी, प्रदत्त विषय पर बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है. इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई
वाह , आँखों का खेल कल भी था आज भी हैं ...बढ़िया |सादर _/\_
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |