आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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बहुत बहुत शुक्रिया आ रीता गुप्ता जी
बहुत बहुत शुक्रिया डॉ विजय शंकर जी
वाह बहुत बढ़िया आदरणीय।मुझे बहुत पसंद आई आपकी कथा ।बहुत बहुत बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ।
बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय
वहुत बहुत आभार आदरणीय
विषय के अनुरूप सार्थक लघुकथा के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करे आ.विनयकुमारजी।
वहुत बहुत आभार आदरणीय
वाह वाह बहुत अच्छी लघु कथा है विषय को दूसरे पहलू से सार्थक करती हुई ऐसी हिम्मत की आज जरूरत है तभी भ्रष्टाचार ये दादा गिरी किसी हद तक कम होगी बहुत सन्देश प्रद प्रेरणादायक लघु कथा हुई .दिल से बहुत बहुत बधाई विनय भैया |
वहुत बहुत आभार आदरणीय
वाह वाह भाई विनय कुमार सिंह जी, प्रदत्त विषय को एक अलग ही ढंग से परिभाषित करना दिल जीत ले गया I हार्दिक बधाई स्वीकार करें I
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