आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदरणीय डॉo विजय शंकर सर , राजनीति के गहरे रहस्य बताती है आपकी लघु- कथा। राजनीति के इस पक्ष को प्रकट करती है कि कभी हारो नहीं , या हार होने ही न दो , वाह , उनके लिए कोई षड़यंत्र षड़यंत्र है ही नहीं , सब चाल या दावपेंच हैं। आपको बहुत बहुत बधाई सर , आपकी इस लघु- कथा हेतु।
बहुत ही सशक्त कथ्य और सुगढ़ित शिल्प , गहरे तक प्रभाव छोड़ने में कामयाब है आपकी ये लघुकथा ,बधाई प्रेषित है आदरणीय डॉ विजय शंकर जी ,, सादर
// शतरंज और राजनीति ,दोनों , एक ही खेल हैं , यहां हर चालाकी या षड़यंत्र , चाल कहलाता है //
जी आदरणीय विजय शंकर जी !
आपकी इस सीधी सादी परन्तु मारक प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई, आदरणीय
सादर
राजनीती के एक कटु पहलु को सामने रखा आपने इस रचना में, विषय पर बहुत प्रभावी रचना| बधाई आपको
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |