आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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सुन्दर प्रस्तुति
बेटी को आगे बढाने का संदेश देती और बेटे-बेटी में अंतर करने की पुरानी अवधारणाओं पर चोट करती रचना के सृजन हेतु सादर बधाई प्रेषित है आदरणीया नीता जी|
आदरणीया नीता जी, पिता की विरासत को एक बेटी ने खूब संभाला. एक सकारात्मक दृष्टिकोण वाली बढ़िया लघुकथा के लिए आपको बहुत बहुत बधाई. सादर
हार्दिक धन्यवाद आपका
वाह्ह्ह बहुत ही सुन्दर लघु कथा हुई जहाँ एक और बेटे बेटी के खान पान में भी भेदभाव रूढ़िवादी सोच पर कटाक्ष है वहीँ दूसरी और पिता की विरासत सँभालने के लिए बेटियाँ भी सक्षम हैं बेहतरीन सन्देश दे रही है लघु कथा हार्दिक बधाई आद० नीता कसर जी
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