आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
बहुत हद तक अमीरों के बच्चों का बचपन सोने के पिंजरे मे बंद चिड़िया जैसा ही होता हैं ।समाधान बस यही हैं कि अपने बच्चों को स्वयं का भुक्त भोगी जीवन न दे।बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीया कल्पना जी।
सच कह रही हैं आप आदरणीय बबिता जी| सादर धन्यवाद आपको|
प्रदत्त विषय पर डायरी शैली में लघुकथा कहने का अच्छा प्रयास किया है आ० कल्पना भट्ट जी. बधाई प्रेषित है. मगर बर्तनी की अशुद्धियाँ चुभ रही हैं, यथा
बाकि=बाक़ी
मिलझूल=मिलजुल
चूका=चूका
कूक=कुक
आदरणीय सर, प्रणाम
आपको यह प्रयास अच्छा लगा, जान थोड़ी हिम्मत बढ़ी, हाँ वर्तनी की अशुद्धियों पर विजय नहीं पा सकी हूँ, जो मुझे भी परेशान कर रही हैं| मैं और मेहनत करुँगी |
सादर |
बहुत बढ़िया प्रस्तुति हेतु बधाई कल्पना जी ।
धन्यवाद आदरणीय कनक दी|
डायरी शैली में लिखी गयी लघुकथा प्रभावित करती है लेकिन वर्तनी की अशुद्धियाँ खटकती हैं. बहरहाल बधाई इस बढ़िया रचना के लिए आ कल्पना भट्ट जी
धन्यवाद आदरणीय विनय जी| वर्तनी के लिए और मेहनत करुँगी| सादर|
बहना कल्पना भट्ट "रौनक़"जी आदाब,प्रदत्त विषय पर लघुकथा का अच्छा प्रयास हुआ है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।
गुणीजनों की बातों का संज्ञान लें ।
नमस्ते आदरणीय समर भाई, आपको यह प्रयास अच्छा लगा, सार्थक हुआ मेरा लिखना| जी भाई मेहनत करुँगी |
मुह तरमा कल्पना साहिबा, प्रदत्त विषय के अनुरूप सुंदर लघुकथा हुई है मुबारकबाद क़ुबुल फरमाएं l
शुक्रिया जनाब तस्दीक अहमद साहिब|
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |