आदरणीय लघुकथा प्रेमियो,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
आपका हार्दिक आभार आदरणीय डॉ विजय शंकर जी सादर
हार्दिक आभार आदरणीय ओमप्रकाश जी
हार्दिक बधाई आदरणीय प्रतिभा जी!बेहतरीन लघुकथा !
हार्दिक आभार आदरणीय तेजवीर जी ,रचना पर उत्साहवर्धन करने के लिए
वाह आदरणीया वाह, बहुत ही उम्दा लघुकथा पटल पर प्रस्तुत हुई है, स्वार्थ के आगे और कुछ दीखता ही कहाँ है, बहुत बहुत बधाई इस अभिव्यक्ति पर.
रचना पर अनुमोदन व् उत्साहवर्धन के लिए आपका हार्दिक आभार आदरणीय गणेश जी सादर
आदरणीया प्रतिभा जी, वाकई चरित्र की चौखट इतनी छोटी होती जा रही है कि जिसमें संस्कार, आदर्श और नैतिकता का पूरा चित्र समा ही नहीं रहा और जब फिट न बैठे तो इन्हें काटकर फेंकना बहुत सहज मान लिया जाता है. इस लघुकथा में चौखट के प्रतीक और समन्धित बिम्ब कथा को कई आयामों पर खोलते है. और कंगूरों की सजावट में गुरुवर की आँखों का छिपना श्रेयकर लगने लगता है. अपने कथ्य को संप्रेषित करने में सफल लघुकथा. इस प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई सादर
आपकी टिप्पणियों की प्रतीक्षा रहती है , कथा के मर्म का अनुमोदन करने के लिए आपका हार्दिक आभार आदरणीय मिथिलेश जी
//ये जो नक्काशीदार उभरे हुए कंगूरे हैं चौखट में , उनसे गुरुवर की आँखें ढक गयी है// दिमाग को झकझोर देने वाली पंक्ति और उस पर मंत्री की प्रतिक्रिया का पंच सोने पर सुहागा हो गया| सादर बधाई स्वीकार करें आदरणीय प्रतिभा पाण्डे जी, इस रचना के सृजन हेतु|
उ त्साहवर्धन के लिए आपका हार्दिक आभार आदरणीय चंद्रेश जी
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |