आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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मोहतरम जनाब योगराज साहिब , लघु कथा को बारीकी से देखने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया---- सर जी मैं तो एक स्टूडेंट की तरह कोशिश करके सीख रहा हूँ ------आपके कीमती सुझाव सर आँखों पर , वही मार्ग दर्शक हैं ---सादर
हम सब स्टूडेंट ही हैं भाई जी
हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब जी!सुंदर प्रयास!
मोहतरम जनाब तेजवीर साहिब , लघुकथा में गहराई से शिरकत करने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ,महरबानी
अल्प संख्यकों के साथ वोट बैंक की राजनीती की साजिश कई वर्षों से चल रही है , अच्छा विषय लिया है आपने , हार्दिक बधाई प्रेषित है आपको आदरणीय तस्दीक जी
मोहतरमा प्रतिभा साहिबा , लघुकथा में गहराई से शिरकत करने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ,महरबानी
मोहतरम जनाब समर कबीर साहिब आदाब , लघुकथा में गहराई से शिरकत करने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ,महरबानी
आदरणीय तस्दीक जी एक बढ़िया विषय उठाया है आपने. इस हेतु हार्दिक बधाई. यह भी अवश्य है कि लघुकथा शाब्दिक किये जाने के क्रम में सपाटबयानी ने इसके प्रभाव को कम कर दिया है. सादर
मोहतरम जनाब मिथिलेश साहिब , लघुकथा में गहराई से शिरकत करने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ,महरबानी
मेरे लिए यह फील्ड नया है , सीखने की कोशिश कर रहा हूँ ------शायद कभी कामयाब हो जाऊं ---सादर
प्रिय तस्दीक भाई , मुझे लगता है आपकी कथा का शीर्षक भरोसा है और षड्यंत्र विषय ( आधारित ) रचना पर आपकी दृष्टि बता रही है राजनीति की बिसात बिछाना सरल स्वभाव के लोगों का काम नहीं , जो सच भी था , है भी , और भगवान न करे रहे भी। आप इसे निर्ममता से थोड़ी तराश देते तो कथा और भी सुंदर बन पड़ती। / अचानक पार्टी नेताओं द्वारा मीडिया और लोगों की मौजूदगी में हर बार की तरह किसी बाहरी आदमी के नाम का एलान कर दिया जाता है ,आज़ाद साहिब मायूस हो जाते है , यकबयक उनका एक समर्थक जो किसी तरह अंदर की बातें सुन ने में कामयाब हो जाता है आकर कहता है कि इस पार्टी की कथनी और करनी में फ़र्क़ है -/ इतनी लम्बी बात और भी तरीके से बता देते , आपको तो आता है बताना। बुरा लगे तो क्षमा कर देंगे यह विश्वास है
जनाब प्रदीप नील साहिब , लघुकथा में गहराई से शिरकत करने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ,महरबानी
मेरे लिए यह फील्ड नया है , सीखने की कोशिश कर रहा हूँ ------वक़्त भी कम दे सका , आपका मश्वरा सर आँखों पर ---सादर
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