आदरणीय साथिओ,
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आयुर्वेद का महत्व दर्शाती इस रचना के सृजन हेतु सादर बधाई स्वीकार करें आदरणीय त्रैलोक्य रंजन जी सर|
" उपहार " (कथा १ )
"बहुत निपुण है लड़की,होशियार भी है ।बिल्कुल हमारे सूरज के लिये जैसी हम चाहते है , वैसी ही है ।" बड़े ही ख़ुशनुमा मूड में किटी पार्टी में श्रीमती अरोड़ा सब को बता रही थी ।
"तो आपने परंपरागत तरीके से उसका इंटरव्यू लिया है क्या ?श्रीमती अरोड़ा जी ।"
उनकी मुँहलगी सखी मीता ने ने पूछ लिया ।
"इंटरव्यू नही कहते , उसे जांच पडताल कहते है मीता । हमने सब पता कर लिया ।"
भरपूर आत्मविश्वास से श्रीमती अरोड़ा का चेहरा बेहद दमक रहा था ।
"क्या बहुत कुछ मिलने वाला है बहू के अलावा वहाँ से ?"कहते हुये सब सखियाँ उन्है घेर कर बैठ गई ।
"सब कुछ तो है हमारे पास ।बस बेटी की कमी रही जीवन में ,जो अब बहू के रूप में घर आ रही है ।हमने बेटे को सुसंस्कार देने में कोई कमी नही की है । हमारा आचरण ही उसके वैवाहिक जीवन के लिये उदाहरण बनेगा । वह अपनी पत्नी और परिवार को ख़ुश रखेगा । हमें पूरा भरोसा है ।"
कहते हुये श्रीमती अरोड़ा का चेहरा खिल गया।
"हमें बेटे के लिये जीवनसाथी चाहिये,कमाई का ज़रिया नही ।"
( मौलिक व अप्रकाशित )
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मुफ़्तख़ोरी (कथा २)
"अम्माँ मैंने आपको फिर से सामान की सूची भेजी है ये पूरा सामान लेती आना ।" समिधा ने माँ को फ़ोन पर,हिदायत देते हुये कहा ।
"याद है बेटा ,तेरे पापा को बोलती हूँ,केंटीन से सामान जल्द मँगवा लें ,अब वे भूलने लगे है।तेरी पसंद का सब सामान हम लेते आयेंगे ।" माँ के मन में यही प्रश्न घुमड़ रहा था,आखिर बेटी बड़ी कब होगी ।
"हाँ अम्माँ पापा सेना से सेवानिवृत हुये तो क्या हुआ,केंटीन का फ़ायदा मुझे भी मिलना चाहिये । बाजार कीमत से कितना सस्ता सामान मिलता है वहाँ ।"
बड़ी बेशर्मी से कहते हुये समिधा ने झट से फ़ोन बंद कर दिया ।
माँ ने बेटी के फ़ोन बंद करने पर लंबी साँस ली ,एेसी लड़की को कौन सिखायें,जिसे देश से कोई सरोकार नही ।
युवा बेटा किशोर कालेज के लिये निकलने वाला था, अपने आप को रोक ना पाया । "माँ केंटीन में सस्ता सामान सैनिकों के परिवार के लिये आता है ।जो सरहद पर जाकर जान की परवाह नही करते।" बेटे के प्रश्न ने समिधा को निरूत्तर कर दिया ।
"माँ सैंनिक देश के लिये जान पर खेलते है,सस्ते सामान या परिवार को फ़ायदा पहुँचाने के लिये नही ।"
(मौलिक व अप्रकाशित )
अच्छी और संदेशपरक लघुकथा है आ० नीता कसार जी, हार्दिक बधाई स्वीकार करेंI
इस बेहतरीन कथा के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया नीता दी |
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