स्वागत है भाई आशीष जी ! सत्य कह रहे हैं आप ! :-))
चल-चल पुरतो निधेहि चरणम्
सदैव पुरतो निधेहि चरणम्
उत्तरोत्तर प्रगति की ओर बढ़ते चरण शब्द नहीं करते बल्कि दूरियाँ तय करते हैं.
हार्दिक बधाइयाँ, आदरणीय अम्बरीष जी. .. जय ओबीओ .. .
जय ओ बी ओ ......आदरणीय सौरभ जी ! ओ बी ओ की उत्तरोतर प्रगति में निरंतर योगदान के लिए आपका हार्दिक आभार | आपको भी हार्दिक बधाई मित्रवर !
आदरणीय,,,
ओबीओ पर व्यतीत क्षण उद्दात अनुभूतियाँ रही हैं. कितना समय व्यतीत ही हुआ है अभीतक? किन्तु, इतने ही समय में इतना कुछ जीना लेना अक्सर संभव नहीं होता. इन अद्वितीय अनुभूतियों के लिये ओबीओ का वातावरण ही पल जुटाता रहा है. सहयोग और साहचर्य की सादर अपेक्षा के साथ....
सत्य वचन आदरणीय मित्रवर | जय ओ बी ओ !
उत्तरोत्तर प्रगति की ओर बढ़ते चरण शब्द नहीं करते बल्कि दूरियाँ तय करते हैं. .....kya sateek bayan hai Saurabh ji.
अम्बरीष जी.....जय ओबीओ
हार्दिक बधाइयाँ.....
सादर
वाह ! बहुत अच्छी खबर सुनाई...अम्बरीश जी आपको बहुत बधाई.
धन्यवाद आदरणीया शन्नो जी !
मान्यवर आभार है , हुआ बड़ा ही गर्व
चित्र-काव्य प्रतियोगिता,लगती मानो पर्व.
ओबीओ परिवार को शुभकामनायें
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |