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आली जनाब मोहतरम समर कबीर साहब आदाब, आपकी टिप्पणी पाकर अपने आपको ख़ुशकिस्मत समझ रहा और अपनी रचनाओं को सफल मान रहा हूँ । दाद-ओ-तहसीन का बहुत-बहुत शुक्रिया ।
तीनो कटाक्षिकाएँ एकदम विषयानुकूल है और सन्देश एकदम स्पष्ट. हार्दिक बधाई स्वीकार करें आ० मोहम्मद आरिफ साहिब.
रचना पर निरपेक्ष और उत्साहजनक टिप्पणी का हृदयतल से आभार आलरणीय योगराज प्रभाकर जी ।
आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर अभिवादन।बहुत बेहतरीन सृजन किया आपने, प्रदत्त विषयानुकूल, मजा आ गया पढ़कर।बहुत बहुत बधाई आपको इस प्रस्तुति पर।
रचना पर अपनी निरपेक्ष टिप्पणी देने और उत्साहवर्धन का हृदयतल से आभार आदरणीय सुरेंद्रनाथ जी ।
किसानों और खेत--खलिहानों के यथार्थ और ताज़े हालात पर कटाक्षपूर्ण बढ़िया क्षणिकाओं के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब मोहम्मद आरिफ़ साहिब।
आपकी उत्साहजनक और नि रपेक्ष टिप्पणी पाकर दिल बाग-बाग हो उठा । बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी । लेखन सार्थ क हो गया ।
जनाब आरिफ़ साहब प्रदत्त विषय पर सार्थक रचना हेतु बधाई स्वीकारें .....
हार्दिक बधाई आदरणीय मोहम्मद आरिफ़ जी। बेहतरीन कटाक्षपूर्ण क्षणिकायें।
बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय नादिर खान साहब ।
बहुत-बहुत आभार आदरणीय सतविंद्र कुमार जी ।
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