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बहुत बढ़िया कथा ...छोटे गलती करें तो डांट लगायी जा सकती हैं पर बड़े करें उसका क्या ..बधाई इस कथा के लिय
आदरणीय रवि जी कथनी करनी का विषय पुराना है मगर आपने बढ़िया ढंग से कथानक बुना है. अंतिम पंक्ति में कुछ न कहना ही बहुत कुछ कह जाता है . बधाई इस प्रस्तुति पर
बहुत अच्छी लघु कथा हुई आ० रवि जी, हम बच्चों को सीखने की बात करते हैं उनकी गलती पर डांटते हैं ये कभी नहीं सोचते की बच्चे सब हमे देखकर ही सीख रहे हैं |बहुत बहुत बधाई
आदरणीय रवि शुक्ला जी सर, मन को द्रवित कर जाती इस रचना हेतु हार्दिक बधाई स्वीकार करें|
मौन में ही समाया बेटी का सवाल सुन्दर कथा रवि जी
यह रचना प्रदत्त विषय से कैसे न्याय कर रही है आ० सीमा जी ?
इस सहभागिता हेतु बधाई आदरणीया सीमा जी
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