Sort by:
Discussions | Replies | Latest Activity |
---|---|---|
पाँचवां विश्व भोजपुरी सम्मेलन नई दिल्ली में सम्पन्नद्वारका, नई दिल्ली, पूर्वान्चल एकता मंच द्वारा आयोजित विश्व भोजपुरी सम्मेलन का उद्घाटन सत्र का शुभारंभ करते हुए लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती मीरा… Started by Admin |
0 | Apr 12, 2011 |
अन्तिम इच्छाऊ एगो धन्ना सेठ रहले । जीवन के अंतिम पड़ाव पर जब उनका बुझाइल के अब उनकर मृत्यु नियरा गइल बा तब ऊ अपना इंस्योरेन्स एजेण्ट, अपना डाक्टर आ अपन… Started by Neelam Upadhyaya |
0 | Apr 1, 2011 |
मुख्य प्रबंधक "OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" के सब प्रस्तुति एके जगह ..."OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" प्रारंभ अरुण कुमार पाण्डेय (१) गीत – बलम हमरो जवनिया बलम हमरो जवनिया जियान होत बा रहिया ताकत ताक… Started by Er. Ganesh Jee "Bagi" |
5 |
Feb 15, 2011 Reply by Abhinav Arun |
मुख्य प्रबंधक "OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" (Now Close)भोजपुरी साहित्य प्रेमी लोगन के सादर परनाम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार पिछला कई महिना से हर महीने सफलता पूर्वक "OBO लाइव मुशायरा" अउर "OBO लाइ… Started by Er. Ganesh Jee "Bagi" |
207 |
Feb 13, 2011 Reply by Rana Pratap Singh |
कोठवा अटरीआ शहरीया में देखनी ,कोठवा अटरीआ शहरीया में देखनी ,देखनी ना तनीको सा प्यार ,बढ़ीया हमार गाव शहर से ,बढ़ीया हमार गाव ,इहा भीर हर ओर लागल बा ,केहू गीरल बा केहू ना द… Started by Rash Bihari Ravi |
5 |
Feb 4, 2011 Reply by Rash Bihari Ravi |
स्वर्गीय पाण्डेय आशुतोष जी के एगो भोजपुरी ग़ज़लरात के बाद निहिचित बा दिन होई हो सकेला की उगतो किरिन होई साथ देहल कठिन ह अंहरिया के उ टाहाटह अंजोरिया त फेनु होई देखींल सींत अरुआ क… Started by Santosh Kumar |
1 |
Feb 4, 2011 Reply by आशीष यादव |
डॉ. गोरख प्रसाद मस्ताना जी के एगो भोजपुरी ग़ज़लकंक्रीट के शहर में पत्थर हो गइल अदमी दिल का ह दिमागों से बंजर हो गइल अदमी रोपाया के बिछौना पर सोना के रहीत चादर बस एही हाव हाव में… Started by Santosh Kumar |
2 |
Feb 2, 2011 Reply by Santosh Kumar |
मुख्य प्रबंधक "OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" आपन सुझाव दिही सभे....ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सभे साथी लोगन के बागी के परनाम, आपन भोजपुरी साहित्य समूह मे हम एगो अनूठा अउर अंतरजाल पर पहिलका लाइव विश्व भोजपुर… Started by Er. Ganesh Jee "Bagi" |
16 |
Jan 31, 2011 Reply by Navin C. Chaturvedi |
शिवपूजन लाल विधार्थी के एगो ग़ज़लअब दिनों अन्हार लागत बा हर साँस दुस्वार लागत बा नाव कइसे पार लागी जब साहिले मझधार लागत बा आज ढाकल मोसकिल बाटे आँचर तार- तार लागत … Started by Santosh Kumar |
0 | Jan 31, 2011 |
नूर मुहम्मद नूर जी के एगो ग़ज़लयुवा स्वर : नूर मुहम्मद नूर जी के एगो ग़ज़ल पानी पागल बना रहल बा पानी जरा रहल बा पानी उठा रहल बा पानी गिरा रहल बा औंधी तलक से भींज… Started by Santosh Kumar |
0 | Jan 31, 2011 |
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |