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धार्मिक साहित्य Discussions (166)

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Discussions Replies Latest Activity

भीष्म पितामह और केशव

ईश्वर कहती तुमकों केशव सृष्टि का तुम आधार बनो शंका में मैं पड़ा हूँ गहरी, हो सके तो इसका समाधान करों।।   पोता हूँ मैं आपका पितामह मुझसे यू…

Started by PHOOL SINGH

0 Jan 5

महावीर कर्ण और द्रौपदी

सशक्त जो बड़ी सुंदर प्यारी स्वयंवर की जिसके शोभा निराली मोहित करती हर नृप को, क्यूँ नियति के आगे सदा ही हारी।।   सौंदर्य की प्रतिमूर्ति खान…

Started by PHOOL SINGH

0 Jan 5

भगवान परशुराम और कर्ण

हवन की अग्नि बुझ चुकी थी अब कहाँ से आगे की शिक्षा पानी गुरू द्रोण ने इंकार किया तो, बात गुरु परशुराम की आनी॥   ढूँढता जाता खोजता फिरता शिक…

Started by PHOOL SINGH

0 Jan 4

महावीर कर्ण और दुर्योधन

सूर्यदेव का अंश कहलाया माता सती कुमारी जननी का क्षीर चखा न जिसने, था कवच-कुंडलधारी॥   अधिरथ-राधा ने था गोद लिया राधा माँ सुत वासुसेन को देख…

Started by PHOOL SINGH

0 Dec 29, 2023

वंदना- श्री गणेश

वंदना करूँ मैं गिरजालाल की सिद्धि विनायक बुद्धिनाथ की स्वर्ण मुकुट व नयन विशाला, तिलक-त्रिपुंड कृष्णपिंगाक्ष की||   सुंदर पीताम्बर तन सुशोभ…

Started by PHOOL SINGH

0 Dec 26, 2023

यक्ष और धर्मराज युधिष्ठिर संवाद

अपने इस काव्य पाठ का इस संवाद से आरंभ करता हूँ जीवन को अनमोल शिक्षा देता, संवाद युधिष्ठिर और यक्ष के बीच का कहता हूँ।।   गूढ रहस्य इस जीवनच…

Started by PHOOL SINGH

0 Dec 21, 2023

नगर सभ्यता के परित्यागी (शिवरात्रि विशेष)

नगर सभ्यता के परित्यागी।भोले  शंकर   शिव  बैरागी।।*जग जीवित हो कष्ट उठाया।कालकूट  को  कंठ समाया।।अजब अनौखी औघड़ माया।भक्त अभक्त हर कोई भाया…

Started by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

0 Feb 17, 2023

रक्ता छंद "शारदा वंदन"

(रक्ता छंद) ब्रह्म लोक वासिनी।दिव्य आभ भासिनी।।वेद वीण धारिणी।हंस पे विहारिणी।। शुभ्र वस्त्र आवृता।पद्म पे विराजिता।।दीप्त माँ सरस्वती।नि…

Started by बासुदेव अग्रवाल 'नमन'

2 May 23, 2021
Reply by बासुदेव अग्रवाल 'नमन'

मकरन्द छंद "कन्हैया वंदना"

(मकरन्द छंद) किशन कन्हैया, ब्रज रखवैया,     भव-भय दुख हर, घट घट वासी।ब्रज वनचारी, गउ हितकारी,     अजर अमर अज, सत अविनासी।।अतिसय मैला, अघ ज…

Started by बासुदेव अग्रवाल 'नमन'

0 May 14, 2021

चामर छन्द "मुरलीधर छवि"

चामर छन्द "मुरलीधर छवि" गोप-नार संग नन्दलालजू बिराजते।मोर पंख माथ पीत वस्त्र गात साजते।रास के सुरम्य गीत गौ रँभा रँभा कहे।कोकिला मयूर कीर…

Started by बासुदेव अग्रवाल 'नमन'

0 May 9, 2021

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Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"वाह बहुत खूबसूरत सृजन है सर जी हार्दिक बधाई"
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Samar kabeer commented on Samar kabeer's blog post "ओबीओ की 14वीं सालगिरह का तुहफ़ा"
"जनाब चेतन प्रकाश जी आदाब, आमीन ! आपकी सुख़न नवाज़ी के लिए बहुत शुक्रिय: अदा करता हूँ,सलामत रहें ।"
yesterday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 166 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
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Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
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'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ पचपनवाँ आयोजन है.…See More
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Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"तकनीकी कारणों से साइट खुलने में व्यवधान को देखते हुए आयोजन अवधि आज दिनांक 15.04.24 को रात्रि 12 बजे…"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, बहुत बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय समर कबीर जी हार्दिक धन्यवाद आपका। बहुत बहुत आभार।"
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Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जय- पराजय ः गीतिका छंद जय पराजय कुछ नहीं बस, आँकड़ो का मेल है । आड़ ..लेकर ..दूसरों.. की़, जीतने…"
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Samar kabeer replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जनाब मिथिलेश वामनकर जी आदाब, उम्द: रचना हुई है, बधाई स्वीकार करें ।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर posted a blog post

ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना

याद कर इतना न दिल कमजोर करनाआऊंगा तब खूब जी भर बोर करना।मुख्तसर सी बात है लेकिन जरूरीकह दूं मैं, बस…See More
Saturday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"मन की तख्ती पर सदा, खींचो सत्य सुरेख। जय की होगी शृंखला  एक पराजय देख। - आयेंगे कुछ मौन…"
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Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
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