है दिए जो जख्म आपने दिल को,
भर दे उसे कोई किसी में है ओ प्रीत कहाँ,
बहते मेरे लावारिस अश्को को कोई थामले,
एक तेरे सिवा दूसरा ओ मन्मित कहाँ,
आप ने किये जो घोर अँधेरा मेरे जीवन में,
आक़े अब कोई रोशन करे है यैसी तक़दीर कहाँ,
जब ह्रदय की आशाएं बंद हो चली…
ContinueAdded by Sanjay Rajendraprasad Yadav on February 26, 2011 at 7:00pm — 2 Comments
प्रीतम की गली.........
हर किसी के ज़िन्दगी में बसता है किसी के ख्वाबो का कारवां,
दूरियाँ मित जाती है मीट जाते है सारे शिकवे गीले,
हर किसी के धड़कन में होती है किसी की मुहब्बत जवां,
चाहतो का सैलाब लिए जब दो बदन हो एक मीले,
अपने प्रियवर के ख्वाब,को रोशन करे ऐ दिल की समां
उड़ चला जाता है ये मन इस दुनिया से दूर बहुत,
जहां प्रिय मिलन के मदहोश…
ContinueAdded by Sanjay Rajendraprasad Yadav on February 26, 2011 at 6:30pm — 2 Comments
मौत सच्ची मनमित
Added by Sanjay Rajendraprasad Yadav on February 24, 2011 at 9:38am — 1 Comment
तुम्हारी याद में.........
Added by Sanjay Rajendraprasad Yadav on February 24, 2011 at 9:30am — 1 Comment
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