फागुन आया अंगना मेरे ,रंगो की हम जोली है ,
नभ में उड़ते रंग गुलाल,आज सखी री होली है |
गाते गीत चौक चौबारे ,मस्तों की ये टोली है,
बाजे ढोल मृदंग मजीरा ,आज सखी री होली है |
धानी धानी चुनरी ओढे,पात बजाते ताली है
एक रंग में रंगे सभी है, आज सखी री होली है |
बिन ठिठोली होली कैसी ,बात सभी ने बोली है ,
भंग का रंग चढा सभी को , आज सखी री होली है |
धरती पर रंगो की नदियाँ ,अम्बर पर रंगोली है ,
आँगन आँगन…
ContinueAdded by Maheshwari Kaneri on March 20, 2019 at 3:00pm — 2 Comments
भारत के नौजवानों ,माँ भारती पुकारती ,
देश के सपूत तुम ,फर्ज तो निभाइए |
मुश्किल घड़ी है आज,दाव पे लगी है लाज,
सिंग सा दहाड़ कर देश को जगाइए |
वीरता रगों में भर ,शौर्य की कहानी गढ़ ,
प्रचंड चंड रूप तो शत्रु को दिखाइए |
पावन मन गंगा हो ,ले हाथ में तिरंगा हो ,
वन्दे मातरम् गीत ,गाते सब जाइए |
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मौलिक और अप्रकाशित रचना
महेश्वरी कनेरी
Added by Maheshwari Kaneri on March 11, 2019 at 5:30pm — 5 Comments
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