निशुंभ शुम्भ मर्दिनी , जया त्रिकूट वासिनी |
शिवा प्रिया महातपा , सुधीर माँ सुहासिनी ||
विराट भाल दिव्य शक्ति मुंडमाल धारिणी |
कृपालु दृष्टि भाविनी नमामि लोक तारिणी ||
विशाल भाल चंद्रिका सुदीर्घ नेत्र शान हैं |
कृपालु मातु शीश केश यामिनी समान हैं ||
कपोल हैं भरे -भरे व होंठ लाल –लाल हैं |
विराट रूप देख मातु भक्त भी निहाल हैं ||
विशाल रक्तबीज अंत मातु तेग से किया |
विनाश चंड मुंड का प्रचंड वेग से किया…
ContinueAdded by Anamika singh Ana on March 21, 2018 at 11:00pm — 14 Comments
माना ताज मिसाल है , सुंदरता की एक l
चीख़ें गूँजीं हैं यहाँ , करुणा भरी अनेक ll
करुणा भरी अनेक , यहाँ पर लिखीं कहानी l
कटे करों से खून, बहा है बनकर पानी ll
'अना' जान ले सत्य, ताज का हर दीवाना l
प्रेम निशानी ताज, अजब है जग में माना ll
- अनामिका सिंह 'अना'
मौलिक व अप्रकाशित
Added by Anamika singh Ana on March 15, 2018 at 6:30pm — 11 Comments
1-
वर दे माता शारदे , रचूँ प्रीति के छंद l
हो समष्टि की साधना , बढ़े ह्रदय आनंद ll
बढ़े ह्रदय आनंद , लेखनी चलती जाए l
लिखूँ सदा ही सत्य , झूठ से दिल घबराए ll
'अना' बहुत नादान, शारदे जग की ज्ञाता l
सिर पर रख दे हाथ, आज तू वरदे माता ।।
2-
सत्कर्मों का फल मिला , पाया मानव रूप l
जीवन पथ पर रख कदम ,देख न छाया धूप ll
देख न छाया धूप , मैल मत मन में रखना l
करना सबसे प्रेम , स्वाद जीवन का चखना…
ContinueAdded by Anamika singh Ana on March 14, 2018 at 4:00pm — 15 Comments
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