क्या कहा जो सुना नहीं
आँखों ने पढ़ लिया होगा
कह न सके वो जो बातें
आँखो ने पढ़ लिया होगा।
दूर दराज से आया कोई
अपनों ने जान लिया होगा
खो गया था जो उस जहाँ में
अपनों ने पा लिया होगा।
स्वप्न सा अँधेरे को वो
चीर कर वहाँ से जब आया
निशाँ अपने छोड़ कर वो
फिर अपनी दुनिया में गया होगा।
यादें है या है आहट उनकी
किसी ने तो यह जाना होगा
दिल से पूछा जब यह उसने
उसका दिल भी क्या वहाँ धड़का होगा।
(मौलिक एवं…
Added by KALPANA BHATT ('रौनक़') on April 20, 2016 at 9:00pm — 2 Comments
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