Added by manoj shukla on May 8, 2013 at 10:30am — 14 Comments
प्रथम प्रयास .....वीर छंद
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सास बहू से कहे प्रेम से देर भयी सो जाओ 'प्लीज़'
बहू सास से यह कहती है फौरन लाओ आँटा पीस
रणभूमी मे कागा कहता बोटी आज मिली बखशीस
बोटी कहती बच गये शत्रू बस इतनी है मन मे कीस
चोर कहे किसका मुहँ देखा खाली बटुआ लिया चुराय
मूँछ ऐंठ कर कहे सिपाही चुपके हफ्ता दो सरकाय
नेता कहता कसम आपकी सब डारेंगे काम बनाय
वोटर कहता क्षमा कीजिये बहकावे मे आँवै नाय
चापलूस अतिथी ये कहता बच्चे कितने हैं मासूम
गुनगुन…
Added by manoj shukla on May 5, 2013 at 6:30am — 12 Comments
Added by manoj shukla on May 2, 2013 at 7:00am — 12 Comments
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