आता है हर साल मेरे राह में गुजर
शहिदों की यादें लिए त्यौहार को नमन
वो तो चले गये जो सदा रहेंगें अमर
उनके खूँ के गर्मी के उपकार को नमन
सम्हालना था जिन्हें इस देश की डगर
जाने कहाँ खो गये उनका भी हो नमन
लूटने…
ContinueAdded by UMASHANKER MISHRA on August 15, 2012 at 1:20am — 6 Comments
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