बल रहित मैं हूँ भीम कहता है
तुच्छ खुद को असीम कहता है/१
*
जिसकी आदत है घाव देने की
वो स्वयम को हकीम कहता है/२
*
आम पीपल को भूल बैठा वो
और कीकर को नीम कहता है/३
*
राम से जो गुरेज उस को नित
क्यों तू खुद को रहीम कहता है/४
*
धर्म क्या है समझ न पाया जो
धर्म को वो अफीम कहता है/५
*
हाथ जिसका है कत्ल में या रब
वो भी खुद को नदीम कहता…
Added by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' on November 29, 2021 at 10:04pm — 4 Comments
२२१/२१२१/१२२१/२१२
कैसे किसी की याद में सब कुछ भुला दूँ मैं
क्यों कर हसीन ख्वाब की बस्ती मिटा दूँ मैं/१
*
बचपन में जिसने आँखों को आँसू नहीं दिया
क्योंकर जवानी जोश में उस को रुला दूँ मैं/२
*
शायद कहीं पे भूल से वादा गया मैं भूल
जिससे लिखा है न्याय में खुद को दगा दूँ मैं/३
*
घर में उजाला मेरे भी आयेगा डर यही
पथ में किसी के दीप तो यारो जला दूँ मैं/४
*
अपना पराया भेद वो भूलेगा इस से क्या
उसकी जमीं में अपनी भी…
Added by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' on November 27, 2021 at 11:14pm — 2 Comments
११२१/२१२२/११२१/२१२२
भरें खूब घर स्वयं के सदा देशभर को छल के
मिले सारे अगुआ क्योंकर यहाँ सूरतें बदल के/१
*
गिरी राजनीति ऐसी मेरे देश में निरन्तर
कोई जेल से लड़ा तो कोई जेल से निकल के/२
*
मिटा भाईचारा अब तो बँटे सारे मजहबों में
सही बात हैं समझते कहाँ लोग आजकल के/३
*
हुई कागजों में पूरी यूँ तो नीर की जरूरत
चहुँ ओर किन्तु दिखते हमें सिर्फ सूखे नल के/४
*
कई दौर गुफ्तगू के किये हल को हर समस्या
नहीं आया कोई रस्ता कभी…
Added by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' on November 25, 2021 at 11:22pm — 2 Comments
2024
2023
2022
2021
2020
2019
2018
2017
2016
2015
2014
2013
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |